आईपीएल का 12वां संस्करण समाप्त हो चुका है, इस संस्करण के फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपरकिंग्स को 01 रन के अंतर से हराकर चौथी बार खिताब पर कब्जा किया। इस साल चेन्नई सुपरकिंग्स, मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स और सनराइज़र्स हैदराबाद टीम प्लेऑफ में पहुंची थी जबकि कोलकाता नाइटराइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब, राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर प्लेऑफ से बाहर हो गई थी। इस साल कई कप्तानों का प्रदर्शन बेहद खराब दिखा। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइटराइडर्स टीम को इस सीजन 6 लगातार मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। इन टीमों के अलावा साल 2018 की उपविजेता टीम सनराइज़र्स हैदराबाद का भी प्रदर्शन इस साल बेहद खराब दिखा। यह टीम 12 अंको के साथ प्लेऑफ में पहुंची थी।
आज हम बात करने जा रहे हैं उन 3 टीमों के बारे में जिन्हें अगले सीजन अपने कप्तान को बदल देना चाहिए।
#3. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर:
विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर साल 2016 के बाद से कभी प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई है। यह टीम विराट कोहली, एबी डीविलियर्स, मार्कस स्टोइनिस, मोईन अली, युजवेंद्र चहल, टिम साउदी और पार्थिव पटेल जैसे धुरंधरों से सजी है। लेकिन फिर भी इनका प्लेऑफ में न पहुंचना शर्मनाक है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम 3 बार फाइनल में पहुंच चुकी है लेकिन एक भी बार खिताब नहीं जीत पाई है।
कप्तान विराट गौतम गंभीर के अलावा कई दिग्गज क्रिकेट विशेषज्ञों की आलोचना का शिकार हो चुके हैं। उनके नेतृत्व में इस सीजन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को शुरुआती लगातार 6 मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। विराट कोहली ने इस सीजन एक शतक के साथ 464 रन बनाए थे और अपनी टीम की ओर से शीर्ष स्कोरर रहे थे लेकिन उनके अंदर नेतृत्व क्षमता नहीं दिखी। इसलिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर फ्रेन्चाइजी को अगले सीजन उन्हें कप्तान पद से हटा देना चाहिए और एबी डीविलियर्स को कप्तानी सौंप देनी चाहिए।
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#2.कोलकाता नाइटराइडर्स:
2 बार की आईपीएल चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स का इस साल प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। उन्हें बीच सीजन में लगातार 6 मैचों में हार झेलनी पड़ी। कोलकाता टीम की ओर से इस साल नीतीश राणा और आंद्रे रसेल के अलावा किसी खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। बीच में ऐसी खबर आई थी कि कोलकाता नाइटराइडर्स टीम में आपसी मनमुटाव भी हो गया था। आंद्रे रसेल के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद दिनेश कार्तिक ने उन्हें कई मैचों में छठे और 7वें नम्बर पर बल्लेबाजी कराई। उनके इस खराब निर्णय के कारण कोलकाता नाइटराइडर्स को कई मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा रॉबी उथप्पा, प्रसिद्ध कृष्णा के लगातार खराब प्रदर्शन के बावजूद भी उन्हें टीम में मौका देना उनका खराब निर्णय था। दिनेश कार्तिक ने इस सीजन 14 मैचों में मात्र 253 रन बनाए थे। जबकि उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 97* रनों की पारी भी खेली थी। उनके इस खराब कप्तानी प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें कप्तान पड़ से हटा देना चाहिए।
#1. सनराइज़र्स हैदराबाद:
साल 2018 में केन विलियमसन के नेतृत्व में सनराइज़र्स हैदराबाद टीम फाइनल तक पहुँची थी। लेकिन इस साल सनराइज़र्स हैदराबाद टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। केन विलियमसन इस सीजन चोटिल होने के कारण कुछ मैचों में हिस्सा नहीं ले पाए जिस कारण भुवनेश्वर कुमार ने कप्तानी संभाली थी। केन विलियमसन ने इस सीजन कुल 15 मैचों में से 9 मैचों में हिस्सा लिया और कप्तानी की। उनकी कप्तानी में टीम जो 5 मैचों में हार का सामना करना पड़ा जबकि भुवनेश्वर कुमार की कप्तानी में 6 मैचों में से 2 मैचों में जीत मिली थी।
केन विलियमसन ने इस सीजन 9 मैचों में 22.28 की औसत से 156 रन बनाए जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 70* रन था। इनके अलावा पूर्व कप्तान डेविड वॉर्नर ने शानदार बल्लेबाजी की और 12 मैचों में 692 रन बनाकर ऑरेंज कैप होल्डर रहे। केन विलियम्सन को कप्तानी से हटाकर डेविड वॉर्नर को कप्तान बनाना उपयुक्त विकल्प हो सकता है।