भारतीय सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा की कप्तानी के अंदर मुंबई इंडियंस आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक के रूप में निखर कर सामने आई है। अपने अब तक के आईपीएल सफर में इस टीम ने हर साल अपने शानदार प्रदर्शन के चलते विश्व के अनगिनत क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता है और आईपीएल के तीन खिताब अपने नाम किए हैं।
जहाँ युवराज सिंह और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी इस टीम को अनुभव से भरते हैं, वहीं दूसरी ओर हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या और जसप्रीत बुमराह इस टीम के सबसे वरिष्ठ युवा खिलाड़ी हैं।
साल 2018 के आईपीएल में मुंबई इंडियंस कुछ ख़ासा कमाल नहीं कर पाई थी और 14 में से 6 मुकाबले जीतकर पांचवें स्थान पर रही थी। आईपीएल का 12वां संस्करण शुरू होने में अब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है, और मुंबई इंडियंस इस सीजन में पिछले साल से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद करेगी। आज इस लेख में हम एक ऐसी आईपीएल इलेवन की बात करेंगे, जो मुंबई को इस साल के आईपीएल में हराने का पूरा दम रखती हैं।
सलामी बल्लेबाज़: के एल राहुल और शेन वॉटसन
दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज़ केे एल राहुल आईपीएल के सबसे आक्रामक बल्लेबाज़ों में से एक हैं। साल 2018 के आईपीएल में उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब के लिए सलामी बल्लेबाज़ के रूप में मौका मिला, जिसे उन्होंने काफी अच्छे से भुनाया। राहुल ने 14 मुकाबलों में 158 के स्ट्राइक रेट से 659 रन जड़े, जिसमें आईपीएल 2018 का सबसे तेज़ अर्धशतक भी शामिल था।
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले शेन वॉटसन इस प्लेइंग इलेवन के दूसरे सलामी बल्लेबाज़ के रूप में खेल सकते हैं। साल 2018 के आईपीएल में उन्होंने 15 मुकाबलों में 39.64 की औसत और 154.5 के स्ट्राइक रेट से 555 रन बनाए , जिसमें 2 शतक और 2 अर्धशतक भी शामिल थे। रन बनाने के साथ साथ उन्होंने 41.8 की औसत और 8.96 की इकॉनमी के साथ 6 विकेटें भी निकाली थी, जो उनके ऑलराउंडर खेल को पूर्ण तरीके से दर्शाता है।
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मध्य क्रम: विराट कोहली, अम्बाती रायडू और महेंद्र सिंह धोनी
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली और चेन्नई सुपर किंग्स के अम्बाती रायुडू और महेंद्र सिंह धोनी इस प्लेइंग इलेवन के मध्य क्रम को बनाते हैं।
विराट और रायडू पारी को सँभालने व समय आने पर लम्बे शॉट मारने में पूर्ण तरीके से सक्षम हैं। विराट कोहली की बात करें, तो दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने अब तक के अपने आईपीएल करियर में 163 मुकाबले खेले हैं, जिसमे उन्होंने 38.35 की औसत और 130.76 के स्ट्राइक रेट से 4948 रन बनाए हैं।
वहीं दूसरी ओर अम्बाती रायडू ने आईपीएल में 130 मुकाबले खेले हैं, जिसमे उन्होंने 29.3 की औसत और 130 के स्ट्राइक रेट की मदद से 3018 रन बनाए हैं। रायडू ने साल 2018 के सीजन में शानदार प्रदर्शन करा था और 602 रनों के साथ चेन्नई सुपर किंग्स के सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे थे।
इन दोनों खिलाड़ियों के साथ मध्य क्रम को मज़बूत बनाने का काम करते है भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ महेंद्र सिंह धोनी। यह खिलाड़ी अपना दिन होने पर किसी भी गेंदबाज़ के छक्के छुड़ा सकता है और तेज़ी से रन बनाने में पूरी तरीके से सक्षम है। साल 2018 के उनका प्रदर्शन काफी उम्दा रहा था, जिसके चलते वह इस टीम में अपनी जगह बनाते हैं।
ऑलराउंडर : आंद्रे रसेल और सुनील नारेन
कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए खेलने वाले वेस्टइंडीज़ के खिलाड़ी आंद्रे रसेल और सुनील नारेन इस टीम के ऑलराउंडर बन सकते हैं। दोनों ही वेस्ट इंडियन खिलाड़ियों के पास लम्बे शॉट मारने की असाधारण क्षमता है, जिसके चलते इन दोनों खिलाड़ियों ने आईपीएल में 140 के ज़्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
आईपीएल में अपना जौहर दिखाते हुए रसेल ने 50 आईपीएल मुकाबलों में 26.96 की औसत और 177.7 के स्ट्राइक रेट से 890 रन बनाए हैं। गेंदबाज़ी की बात करें तो आंद्रे रसेल ने 50 मुकाबलों में 28.4 की औसत और 8.74 की इकॉनमी के साथ 44 विकेटें ली हैं।
सुनील नारेन भी रसेल के संग बड़े शॉट लगाने में पूर्ण तरीके से सक्षम हैं। साल 2018 के आईपीएल में उन्होंने 16 मुकाबलों में 22.3 की औसत और 190 के स्ट्राइक रेट से 357 रन बनाए थे, जिसमे 2 अर्धशतक भी शामिल थे। रन बनाने के साथ साथ उन्होंने 17 विकेटें भी निकाली थी, जो उनके ऑलराउंडर खेल को पूर्ण तरीके से दर्शाता है।
गेंदबाज़ : राशिद खान, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार और सिद्धार्थ कॉल
केकेआर के स्टार गेंदबाज़ कुलदीप यादव और सनराइजर्स हैदराबाद के लेग स्पिनर राशिद खान इस प्लेइंग इलेवन में स्पिनर के रूप में अपनी जगह बनाते हैं। दोनों ही खिलाड़ियों ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसके चलते वह चेन्नई के खिलाफ भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।
कुलदीप यादव ने अपने अब तक के आईपीएल करियर में 31 मुकाबलों में 24.5 की औसत और 8.2 की इकॉनमी के साथ 35 विकेटें ली , जबकि राशिद खान ने अपने 31 आईपीएल मुकाबलों में 21.4 की औसत और 6.64 की इकॉनमी के साथ 35 विकेट लिए हैं।
मुंबई की टीम को अगर हराना है, तो तो भुवनेश्वर कुमार और सिद्धार्थ कॉल जैसे तेज़ गेंदबाज़ों को टीम में जगह मिलनी चाहिए।
भुवनेश्वर कुमार ने अपने 102 आईपीएल मुकाबलों में 22.4 की औसत और 7.15 की इकॉनमी से 120 विकेटें अपने नाम की हैं, वहीं दूसरी ओर सिद्धार्थ कॉल ने 38 आईपीएल मुकाबलों में 26.5 की औसत और 8.37 की इकॉनमी से 43 विकेटें अपने नाम की हैं।