आईपीएल (IPL) की जब से शुरुआत हुई है इस टूर्नामेंट में तब से देशी और विदेशी खिलाड़ियों का जमावड़ा लगता है। हर साल कुछ युवा और सीनियर खिलाड़ी इस लीग में खेलने के लिए आते हैं और अच्छा प्रदर्शन की कोशिश करते हैं। हालांकि इस लीग में इतना ज्यादा प्रतिस्पर्धा है कि कई बार टीमें स्क्वाड में शामिल अपने कुछ खिलाड़ियों को एक भी मैच में मौका नहीं दे पाती हैं। सभी टीमें कोशिश करते हैं कि वह अपनी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन उतारें और एक ऐसा कॉन्बिनेशन बनाएं जिससे उन्हें टूर्नामेंट में आगे बढ़ने में आसानी हो।
इस सीजन ऐसे कई खिलाड़ी रहे जिन्हें टूर्नामेंट में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इस सीजन एक भी मैच न खेल पाने खिलाड़ियों में कुछ अनकैप्ड खिलाड़ी भी है तो वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय टीम के लिए खेल चुके हैं। इसके अलावा कुछ विदेशी खिलाड़ी भी इस सीजन ऐसे देखने को मिले जिन्हें अपनी टीमों के लिए एक भी मैच में प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला।
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बात की जाए अगर इस बार आईपीएल का खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस की तो इस टीम में तीन ऐसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे जिन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। क्रिस लिन मिचेल मैकलेनाघन और रदरफोर्ड इन सभी खिलाड़ियों को सीजन एक भी मैच में मौका नहीं मिला।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम ऐसे तीन भारतीय खिलाड़ियों के बात करने जा रहे हैं जिन्हें इस सीजन एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला:
#3 मयंक मार्कंडे
आईपीएल में साल 2018 में मुंबई इंडियंस के लिए शानदार प्रदर्शन करने के बाद युवा लेग स्पिनर मयंक मार्कंडे को भारतीय टीम के लिए T20 प्रारूप में चुना गया था। साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने वाले मार्कंडे को मात्र 1 ही मैच में खेलने को मिला लेकिन आईपीएल में इन्होंने सबको प्रभावित किया था। इस सीजन राजस्थान रॉयल्स की टीम में शामिल मार्कंडे को एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला।
#2 पवन नेगी
अपनी ऑलराउंड क्षमता के लिए जाने जाने वाले पवन नेगी इस सीजन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा थे। नेगी निचले क्रम में आकर बड़े-बड़े हिट लगाने की क्षमता रखते हैं साथ ही गेंदबाजी में भी इकोनॉमिकल गेंदबाजी करने में माहिर हैं। नेगी ने साल 2016 में भारतीय टीम में अपना डेब्यू किया था। हालंकि भारत के लिए खेल चुके इस ऑलराउंडर को वाशिंगटन सुन्दर की मौजूदगी के कारण इस सीजन बैंगलोर की टीम में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
#1 पार्थिव पटेल
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 2002 में टेस्ट प्रारूप में डेब्यू करने वाले पार्थिव पटेल को लम्बे इंतजार के बाद साल 2011 में भारत के लिए T20 प्रारूप में मौका मिला। पार्थिव ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में दो ही मैच इस प्रारूप में खेले हैं। हालाँकि पार्थिव को आईपीएल में खेलने का काफी ज्यादा अनुभव है और वो किसी भी टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं। इस सीजन पार्थिव रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम में शामिल थे। टीम ने युवा ओपनर पडीक्कल के शानदार प्रदर्शन के कारण पार्थिव को एक भी मैच में नहीं खिलाया।