इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत होने वाली है। इसके लिए बीसीसीआई ने तैयारियां पूरी कर ली है, लेकिन इस बार आईपीएल के इस सीजन के लिए खर्चे में कटौती की गई है। इस बार जारी किए गए सर्कुलर में आईपीएल-2020 के फाइनल में विजेता को 10 करोड़ रुपये, रनअप यानि फाइनल हारने वाली टीम को 6.25 करोड़ रुपये और तीसरे और चौथे पायदान पर रहने वाली टीमों को यानि क्वॉलिफायर 2 के प्लेऑफ में हारने वाली और एलिमिनेटर प्लेऑफ मैच हारने वाली टीम को 4.375 करोड़ रुपये प्रत्येक टीम को दिए जाएंगे। वहीं आईपीएल की 8 फ्रैंचाइजी समेत सभी हितधारकों को भेजे गए एक सर्कुलर में भारतीय बोर्ड ने दोहराया है कि वो इस सत्र से आईपीएल का उद्घाटन समारोह आयोजित नहीं करेगा।
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यात्रा के लिए भी बनाया गया नियम
यही नहीं बीसीसीआई ने लागत को और कम करने के लिए अपने कर्मचारियों के लिए नई यात्रा नीतियां भी बनाई हैं। दरअसल, पहले नियम के मुताबिक जहां 3 घंटे से ज्यादा समय की उड़ान के लिए सीनियर कर्मचारियों के लिए एक बिजनेस क्लास की व्यवस्था थी। लेकिन अब यदि फ्लाइट का समय 8 घंटे कम है तो इकॉनमी क्लास में ही सफर करना होगा। अधिकारियों ने बताया कि 2 या 3 वरिष्ठतम कर्मचारियों को छोड़कर संचालन प्रमुखों समत सभी पर ये नियम लागू होगा। वहीं प्रतिशत की कमी के प्रस्ताव पर अभी बहस जारी है।
पीछे की वजह
दरअसल, कंपनियां आर्थिक मंदी की मार झेल रही हैं, जिसके चलते वो हर बार की तरह इस बार ज्यादा पैसा खर्च नहीं कर पाएगी। चेन्नई सुपर किंग्स को खरीदने वाली इंडिया सीमेंट को भी आर्थिक मंदी ने भारी नुकसान पहुंचाया है। जनवरी 2008 में इंडिया सीमेंट के शेयरों की कीमत 309 रुपये थी, जो कि मौजूदा समय में घटकर 74.05 रुपये रह गई हैं। वहीं मुंबई इंडियंस टीम के मालिक मुकेश अंबानी भी मंदी की मार झेल रहे हैं। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री के शेयर जनवरी-फरवरी 2008 में 3175 रुपये का स्तर देखा, लेकिन अब इसका शेयर गिरा और 1015 रुपये तक आ चुका है।