आखिरकार सारी अटकलों को खत्म करते हुए बीसीसीआई ने आगामी आईपीएल 2021 (IPL 2021) सीजन का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है। आईपीएल 2021 की शुरुआत मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मैच के साथ 9 अप्रैल को होगी तथा इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 30 मई को खेला जाएगा। इस बार कोविड की वजह से बीसीसीआई ने लीग मैचों को 6 शहरों में आईपीएल कराने का फैसला किया है तथा प्लेऑफ और फाइनल मुकाबले अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाएंगे। इस बार आईपीएल में किसी भी टीम को होम ग्राउंड पर मैच खेलने को नहीं मिलेगा और इससे सभी टीमों के प्रभावित होने की उम्मीद है।
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सभी टीमों को लीग मैचों के दौरान के एक-दूसरे के साथ न्यूट्रल वेन्यू पर ही खेलना होगा। न्यूट्रल वेन्यू का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि पंजाब और मोहाली की टीमों को उनके होम ग्राउंड का लाभ नहीं मिलता। इसी वजह से बीसीसीआई ने ऐसा फैसला लिया जिससे किसी भी टीम को दिक्कत ना हो। हालाँकि कई टीमें ऐसी हैं जिन्होंने ऑक्शन में अपने होम ग्राउंड के हिसाब से टीम बनाई थी और होम ग्राउंड पर ना खेल पाने की वजह से उन्हें इसका नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इस आर्टिकल में हम ऐसी ही 3 टीमों के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं।
3 टीमें जिन्हें होम ग्राउंड पर ना खेलने का आईपीएल 2021 में खामियाजा उठाना पड़ सकता है
#3 रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
ट्रॉफी ना जीतने के बावजूद आरसीबी की टीम को वहां के समर्थकों ने हमेशा ही होम ग्राउंड पर पूरा समर्थन दिया है। आरसीबी की टीम इस बार अपने लीग मैच चेन्नई, मुंबई, अहमदाबाद और कोलकाता में खेलेगी। इन सभी मैदानों की परिस्थितियां काफी अलग हैं और आरसीबी का टीम कॉम्बिनेशन भी इन मैदानों के लिहाज से सही नहीं है।
चेन्नई और कोलकाता में स्पिन के मददगार विकेट होते हैं और टीम के पास कई तेज गेंदबाज हैं, जो इन मैदानों पर शायद असरदार ना हो और बल्लेबाजी में भी विदेशी बल्लेबाजों को इन पिचों पर खेलने में दिक्कते आएँगी। ऐसे में आरसीबी को अपने होम ग्राउंड पर ना खेलने की वजह से काफी दिक्कतें होंगी।
#2 मुंबई इंडियंस
मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस को भी होम ग्राउंड पर ना खेलने का नुकसान उठाना पड़ सकता है। वानखेड़े की पिच में उछाल होता है और यह परिस्थितयां उनके तेज गेंदबाजों के साथ-साथ बल्लेबाजों को भी भांति हैं। मुंबई की टीम अपने कुछ मैच चेन्नई में भी खेलेगी, जहाँ पर स्पिनर ज्यादा हावी रहते हैं और मुंबई के पास क्रुणाल और राहुल चाहर तथा चावला के रूप में स्पिनर मौजूद हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या मुंबई की टीम अपने होम ग्राउंड पर ना खेल पाने के कारण अपने अच्छे प्रदर्शन को कामयाब रख पाएगी।
#1 चेन्नई सुपर किंग्स
होम ग्राउंड पर मैच ना होने का नुकसान सबसे ज्यादा चेन्नई सुपर किंग्स को होगा। धोनी जो हमेशा स्पिन गेंदबाजों पर ज्यादा निर्भर रहते हैं और चेन्नई का मैदान भी स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा मदद करता था। इसी को ध्यान में रखते हुए टीम ने ऑक्शन में मोईन अली और कृष्णप्पा गौतम जैसे स्पिन ऑलराउंडर खरीदे। चेन्नई के पास पहले से ही जडेजा, साई किशोर और इमरान ताहिर के रूप में स्पिनर मौजूद थे। ऐसे में चेन्नई जिसे अपने ज्यादातर मैच वानखेड़े में खेलने हैं, वहां स्पिन गेंदबाजों से ज्यादा तेज गेंदबाजों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। अब देखना होगा कि धोनी इन चुनौतियों से कैसे निपटते हैं।