हाल ही में खबरें आई थीं कि राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) की टीम लोन करार के तहत प्लेयर्स को अपनी टीम में लाना चाहती है। कोविड - 19 की वजह से टीम के कई खिलाड़ी वापस लौट गए हैं और इसी वजह से राजस्थान रॉयल्स के पास विदेशी प्लेयर्स की कमी हो गई है।
राजस्थान रॉयल्स की टीम में जोफ्रा आर्चर पहले से ही मौजूद नहीं थे। इसके बाद बेन स्टोक्स भी चोटिल होकर पूरे आईपीएल से बाहर हो गए। वहीं लियाम लिविंगस्टोन ने बायो बबल और एंड्रु टाई ने कोरोना की वजह से आईपीएल से अपना नाम वापस ले लिया।
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आईपीएल 2021 का मिड ट्रांसफर विंडो खुल गया है और ऐसे में अपनी टीम को मजबूत करने के लिए राजस्थान रॉयल्स की टीम लोन के तहत प्लेयर्स को लाना चाहती है। राजस्थान रॉयल्स के पास अभी केवल चार ही ओवरसीज प्लेयर बचे हैं। ये प्लेयर हैं जोस बटलर, क्रिस मॉरिस, डेविड मिलर और मुस्तफिजुर रहमान।
आईपीएल 2021 लोन सिस्टम के बारे में पूरी जानकारी
हम आपको बताते हैं कि लोन सिस्टम क्या है और और इसको लेकर क्या गाइडलाइन है। इस बारे में डिटेल में आपको बताते हैं।
1.जिस प्लेयर को अपनी टीम की तरफ से अभी तक दो से कम मैचों में खेलने का मौका मिला है उसे लोन के तहत दूसरी टीम में लिया जा सकता है।
2.किसी भी प्लेयर को पूरे सीजन के दौरान सिर्फ एक ही बार लोन पर लिया जा सकता है।
3.लोन किया गया प्लेयर उस टीम के खिलाफ नहीं खेल सकता है जिस टीम का वो पहले हिस्सा था।
4.एक फ्रेंचाइजी 3 से ज्यादा प्लेयर्स को लोन नहीं कर सकती है।
5.अगर लोन प्लेयर को मिलने वाले पैसों की बात करें तो जो उसकी ओरिजिनल फ्रेंचाइज है उसे उस प्लेयर को ऑक्शन के दौरान लगाई गई बोली के पैसे देने होंगे। इसके अलावा जिस टीम में वो लोन के तहत गया है उसे वहां पर प्रो-राटा बेसिस पर मैच फीस मिलेगा।
6. अगर किसी प्लेयर को लोन के तहत लेना है तो उस प्लेयर की मंजूरी आवश्यक है।
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