आईपीएल 2021 (IPL 2021) कई खिलाड़ियों के लिए गेम चेंजर साबित हुआ, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी चमक बिखेरी। चेतन सकारिया और हरप्रीत बरार जैसे युवा आईपीएल 2021 के कारण अपनी प्रतिभा दुनिया को दिखा पाए। वहीं दिग्गज खिलाड़ियों जैसे एबी डीविलियर्स और किरोन पोलार्ड ने कुछ उम्दा प्रदर्शन करके साबित किया कि वह इस प्रारूप के महारथी क्यों कहलाते हैं। पृथ्वी शॉ और संजू सैमसन व देवदत्त पडिक्कल जैसे भारतीय युवाओं के लिए भी आईपीएल 2021 शानदार रहा, जिन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह पाने का मौका मिला।
हालांकि, कुछ खिलाड़ियों के लिए आईपीएल 2021 दुर्भाग्यपूर्ण भी रहा। यह खिलाड़ी कभी इस सीजन को याद नहीं करना चाहेंगे। ये सभी खिलाड़ी अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। आज हम आपको ऐसी ही सीजन की फ्लॉप XI के बारे में बताने जा रहे हैं। यह खिलाड़ी खराब क्रिकेटर्स नहीं, लेकिन अपनी प्रतिभा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके और आईपीएल 2021 के अनिश्चितकालीन समय तक स्थगित होने से पहले संघर्ष करते हुए नजर आए।
ओपनर्स - डेविड वॉर्नर और शुभमन गिल
डेविड वॉर्नर के लिए सीजन बहुत खराब रहा। आक्रामक बल्लेबाज होने के बावजूद वॉर्नर पिच पर संघर्ष करते हुए नजर आए। उन्होंने जो अर्धशतक जमाए, वो बेहद धीमे रहे। वॉर्नर आईपीएल में सबसे निरंतर बेहतर प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाजों में से एक माने जाते थे। आईपीएल 2021 में कंगारू बल्लेबाज ने 6 मैच में 193 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट केवल 110.28 का रहा। खराब प्रदर्शन और टीम प्रबंधन के खिलाफ विरोध के कारण वॉर्नर से पहले कप्तानी छिनी और फिर उन्हें प्लेइंग XI से बाहर किया गया।
वॉर्नर का साथ ओपनिंग में केकेआर के शुभमन गिल देंगे, जो आईपीएल 2021 में संघर्ष करते दिखे। गिल ने मिले मौकों का फायदा नहीं उठाया और वह धीमी पारियों के लिए सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का काफी शिकार भी हुए। 21 साल के बल्लेबाज ने 7 मैचों में 132 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 117.85 का रहा। गिल पर बाहर होने की तलवार गिरती कि इससे पहले ही आईपीएल 2021 स्थगित हो गया।
मिडिल ऑर्डर - इशान किशन, निकोलस पूरण और इयोन मोर्गन
इशान किशन ने पिछले सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन किया था जबकि इस सीजन में खराब प्रदर्शन के बाद वह बेंच गर्म करते हुए दिखे। मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज ने आईपीएल 2021 में 5 मैचों में केवल 73 रन बनाए। वह एक भी अर्धशतक नहीं जमा सके। धीमी बल्लेबाजी और रन का सूखा पड़ने के कारण किशन को टीम से बाहर कर दिया गया।
निकोलस पूरण 7 मैचों में 4 बार बिना खाता खोले आउट हुए। वह केवल 4.66 की औसत से 28 रन बना सके। निकोलस पूरण ने अनचाहा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। वह पहले खिलाड़ी बने जो एक ही सीजन में डायमंड, गोल्डन, सिल्वर और ब्रॉन्ज डक पर आउट हुए। निकोलस पूरण अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन आईपीएल 2021 में वह पूरी तरह फिसड्डी साबित हुए।
इयोन मोर्गन कप्तानी के दबाव में बिखरते हुए नजर आए। केकेआर का प्रदर्शन और इयोन मोर्गन का प्रदर्शन एकजैसा रहा-खराब। 34 साल के मोर्गन ने पूरे सीजन में केवल 82 गेंदों का सामना किया। वह पंजाब किंग्स के खिलाफ 47* रन की पारी खेलने में सफल हुए, लेकिन इसके अलावा वह पूरी तरह फ्लॉप रहे। गंभीर के बाद मोर्गन दूसरे केकेआर के कप्तान बने, जो बिना गेंद खेले शून्य पर रनआउट होकर डगआउट लौटे।
ऑलराउंडर्स - हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे
हार्दिक पांड्या किसी भी गेंद को बाउंड्री लाइन के पार पहुंचाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन आईपीएल 2021 में वह पूरी तरह असफल रहे। इसके अलावा उन्होंने गेंदबाजी भी नहीं की। पांड्या की भूमिका फिनिशर वाली है, लेकिन वह खुद ही फिनिश होते हुए नजर आए। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 7 मैचों में केवल 52 रन बनाए। पूरे सीजन में पांड्या केवल 2 छक्के जड़ पाए।
शिवम दुबे को हार्दिक पांड्या का विकल्प माना जा रहा था। मगर आईपीएल 2021 में उनका प्रदर्शन हार्दिक पांड्या जैसा फीका ही रहा। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आईपीएल 2021 में 123 गेंदों में 145 रन बनाए। आईपीएल 2021 में शिवम दुबे को ज्यादा गेंदबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन जो मौके मिले, उसमें उनकी जमकर धुनाई हुई।
गेंदबाज - भुवनेश्वर कुमार, झाय रिचर्डसन, युजवेंद्र चहल, शार्दुल ठाकुर
शार्दुल ठाकुर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन फ्रेंचाइजी क्रिकेट में वह फ्लॉप रहे। ठाकुर को आईपीएल 2201 में केवल 5 विकेट मिले जबकि उन्होंने 10.33 की इकोनॉकी से रन खर्च किए। ठाकुर की वाइड गेंद डालना, फ्रेंचाइजी को खला।
भुवनेश्वर कुमार ने वापसी की, लेकिन अपनी लाइन व लेंथ को लेकर संघर्ष करते दिखे। 31 साल के भुवी ने 57.66 की औसत के साथ केवल तीन विकेट लिए। उनकी इकोनॉभी भी 9.10 की रही, जो कि काफी महंगी रही।
14 करोड़ के झाय रिचर्डसन पंजाब के लिए सिरदर्द बने। आईपीएल 2021 में रिचर्डसन ने 3 विकेट चटकाए, लेकिन खूब रन भी खर्च किए। तीन मैचों के बाद ही झाय रिचर्डसन को बाहर बैठा दिया गया।
युजवेंद्र चहल भी आईपीएल 2021 में संघर्ष करते हुए नजर आए। चहल को प्रत्येक मैच में खेलने का मौका जरूर मिला, लेकिन वह केवल तीन विकेट लेने में सफल रहे। कई मैचों में चहल ने अपने कोटे के चार ओवर भी पूरे नहीं डाले।