संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का मानना है कि डेविड वॉर्नर (David Warner) इस समय पूरी तरह हारे हुए नजर आ रहे हैं। मांजरेकर का मानना है कि सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) के लिए अच्छा होगा कि वो वॉर्नर के विकल्प पर ध्यान दें। वॉर्नर ने 2009 में आईपीएल (IPL) में डेब्यू किया था और मौजूदा सीजन उनका सबसे खराब बीत रहा है, जहां वो 8 मैचों में केवल 195 रन ही बना पाए हैं।
सनराइजर्स हैदराबाद की टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। संजय मांजरेकर का मानना है कि फ्रेंचाइजी के लिए अच्छा होगा कि वह अपने भविष्य पर ध्यान दे।
संजय मांजरेकर ने दफा न्यूज द्वारा प्रस्तुत इंस्टाग्राम अकाउंट पर कहा, 'इस मैच में, हैदराबाद को इस साल से ज्यादा ध्यान भविष्य के खिलाड़ियों पर देना चाहिए। उन्हें ऐसे खिलाड़ियों पर ध्यान देना चाहिए, जिसमें उनकी दिलचस्पी हो। उन खिलाड़ियों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, जिसे वो रिटेन नहीं करें या फिर जिनके साथ रहने की उनकी लंबी योजना नहीं हो।'
मांजरेकर ने आगे कहा, 'मेरे ख्याल से इस श्रेणी वो डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों से आगे सोच सकते हैं, जो इस समय पूरी तरह हारे हुए नजर आ रहे हैं।'
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज ने मनीष पांडे और केदार जाधव के रूप में दो सीनियर खिलाड़ियों को भी खोजा, जिन्हें हैदराबाद स्क्वाड में रिप्लेस किया जा सकता है। मांजरेकर ने कहा, 'हमने मनीष पांडे का अच्छा और बुरा, दोनों समय देखा है। हैदराबाद की नजरें किसी ऐसे खिलाड़ी पर होंगी, जो निरंतर थोड़ा ज्यादा योगदान दे सके। केदार जाधव एक और खिलाड़ी हैं, जिन्हें रिप्लेस किया जा सकता है।'
सनराइजर्स हैदराबाद में ज्यादा अनुभव की जरूरत: संजय मांजरेकर
संजय मांजरेकर ने ध्यान दिलाया कि टी20 शैली के लिए लोकप्रिय युवा खिलाड़ी शायद दबाव झेलने वाली स्थिति को अच्छी तरह नहीं जानते होंगे। उन्होंने बताया कि कैसे अब्दुल समद पंजाब किंग्स के खिलाफ रोमांचक मैच में दबाव की स्थिति को संभाल नहीं पाए।
मांजरेकर ने कहा, 'हैदराबाद के पास तीन युवा खिलाड़ी हैं- अभिषेक शर्मा, प्रियम गर्ग और अब्दुल समद। हमने अब्दुल समद को पंजाब के खिलाफ दबाव वाले मैच में देखा कि वो आउट हो गए। इन युवाओं पर दबाव डालना होगा, जिन्हें टी20 मैच खेलने के लिए चुना गया है।'
मांजरेकर ने साथ ही कहा कि सनराइजर्स हैदराबाद जैसी फ्रेंचाइजी के लिए जरूरी है कि उनकी टीम में ज्यादा अनुभव हो।
मांजरेकर ने कहा, 'आईपीएल में आप अधिकांश टीमों को 140-150 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए देखते हैं। पिछले मैच में आपने देखा कि हैदराबाद 120 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी, लेकिन हासिल नहीं कर सकी। अगर आपके पास सफल फर्स्ट क्लास बल्लेबाज हैं, उनमें हो सकता है कि ताकत न हो, हो सकता है कि उनका स्ट्राइक रेट 140-150 का न हो। मगर उनके पास अनुभव, शांति और सिर्फ मैच अनुभव है, जो काम आ सकता है।'
सनराइजर्स हैदराबाद की टीम अब तक 9 मैचों में केवल एक जीत का स्वाद चख पाई है। वह अंक तालिका में 2 अंकों के साथ आखिरी स्थान पर है।