भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwa) ने दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की गेंदबाजी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि अश्विन अपनी गेंदबाजी में ज्यादा प्रयोग करने लगते हैं और इसी वजह से वो सफल नहीं हो पाते हैं।
क्रिकबज्ज लाइव पर बातचीत के दौरान सहवाग ने कहा कि अश्विन अपनी परम्परागत ऑफ स्पिन की बजाय दूसरी तरह की गेंद डालने लगते हैं और इसी वजह से उनको विकेट मिलने के आसार काफी कम हो जाते हैं। सहवाग के मुताबिक जब धोनी स्टंप के पीछे होते थे तो उनको ऐसा नहीं करने देते थे। उन्होंने कहा,
रविचंद्रन अश्विन का माइंडसेट ऐसा बन गया है कि अगर वो ऑफ स्पिन करेंगे तो कोई भी उन्हें चौका-छक्का लगा देगा। अपने इसी डर की वजह से वो गेंदबाजी में काफी प्रयोग करते हैं। जब एम एस धोनी विकेटकीपिंग किया करते थे तो फिर अश्विन को प्रयोग नहीं करने देते थे। कभी-कभी एक गेंदबाज को एहसास दिलाना जरूरी होता है कि भले ही आपके खिलाफ छक्का लग जाए लेकिन विकेट मिलने के आसार भी काफी ज्यादा हो जाते हैं। जिस तरह से वो गेंदबाजी कर रहे थे उसकी वजह से उनके विकेट लेने की संभावना काफी कम हो जाती है। अगर वो दोबारा ऑफ स्पिन करने लगते हैं तो फिर एलबीडब्ल्यू की संभावना बढ़ जाएगी। उन्होंने रन जरूर नहीं दिए लेकिन एक सीनियर गेंदबाज के तौर पर आपको विकेट लेना जरूरी होता है।
आपको बता दें कि सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले में रविचंद्रन अश्विन एक भी विकेट नहीं ले पाए। उन्होंने 2.5 ओवर में 22 रन दे दिए और इस दौरान नो बॉल भी डाले। अपनी गेंदबाजी के दौरान उन्होंने अलग-अलग तरह से बल्लेबाज को छकाने की कोशिश की।