हाल ही में IPL 2023 के दौरान एक घटना ने सबसे ज्यादा चर्चा बटोरी और वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के विराट कोहली (Virat Kohli) और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के बीच बहस रही। दोनों खिलाड़ी आपस में काफी तीखी बहस करते नजर आये और मामले को शांत करने के लिए साथी खिलाड़ियों को बीच में आना पड़ा। अब इस मामले में पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंदर सहवाग की भी प्रतिक्रिया आई है और उनके मुताबिक उस रात जो हुआ वह सही नहीं था।
दरसअल लखनऊ सुपर जायंट्स और आरसीबी के बीच जब मुकाबला खत्म हुआ तो फिर गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच आपस में काफी बहस हो गई। लखनऊ सुपर जायंट्स के गेंदबाज नवीन उल हक और विराट कोहली के बीच पहले बहस हुई और फिर मुकाबले के बाद गौतम गंभीर भी भी भिड़ गए। इससे पहले भी गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच आईपीएल में झड़प देखने को मिल चुकी है और फैंस आज तक उस वाकए को नहीं भूले हैं। अब एक और वाकया हो गया है।
सहवाग ने इस मामले पर टिप्पणी की और उन्होंने इस लड़ाई की कड़ी निंदा की। क्रिकबज पर बात करते हुए, पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज ने कहा कि जो हुआ वह सही नहीं था। उन्होंने इन दोनों ही खिलाड़ियों को देश के लाखों बच्चों का आइकॉन बताया और कहा कि ऐसे मामले में इन दोनों को अपनी सीमाओं को ध्यान में रखना चाहिए। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा,
मैच खत्म होने के बाद मैंने टीवी बंद कर दिया। मैच के बाद क्या हुआ, इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी। अगले दिन जब मैं उठा, तो मैंने सोशल मीडिया पर बहुत अराजकता देखी। जो हुआ वह सही नहीं था। हारने वाले को चुपचाप हार स्वीकार करनी चाहिए और दूर चले जाना चाहिए और जीतने वाली टीम को जश्न मनाना चाहिए। उन्हें एक-दूसरे से कुछ कहने की जरूरत क्यों पड़ी? मैं हमेशा एक बात कहता हूं कि ये लोग देश के आइकन हैं। अगर वे कुछ भी करते हैं या कहते हैं, तो लाखों बच्चे उनका अनुसरण करते हैं और शायद सोचते हैं कि 'अगर मेरे आइकन ने ऐसा किया है, तो मैं भी करूंगा'। इसलिए अगर वे इन बातों को ध्यान में रखते हैं, तो वे ऐसी घटनाओं को सीमित कर देंगे।
बीसीसीआई अगर किसी पर बैन लगाती है तो ऐसी घटनाएं नहीं देखने को मिलेंगी - वीरेंदर सहवाग
सहवाग ने कहा कि अगर बीसीसीआई झगड़े के कारण किसी को बैन करने का फैसला करती है तो हो सकता है कि ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने कहा कि यहां तक कि उनके बच्चे भी लिप-रीड कर सकते हैं और समझ सकते हैं कि क्या कहा जा रहा है। वीरू ने कहा,
अगर बीसीसीआई किसी को बैन करने का फैसला करती है तो हो सकता है कि ऐसी घटनाएं कम ही हों या बिल्कुल भी न हों। इस तरह की घटनाएं अतीत में कई बार हुई हैं, इसलिए बेहतर है कि आप ड्रेसिंग रूम के नियंत्रित वातावरण के अंदर जो कुछ भी करना चाहते हैं वह करें। जब आप ग्राउंड पर होते हैं, तो ये चीजें अच्छी नहीं लगती हैं। मेरे अपने बच्चे लिप-रीड कर सकते हैं और वे बेन स्टोक्स को बहुत अच्छी तरह से समझते हैं। यही वह समय है जब मुझे बुरा लगता है। अगर आप ऐसी बातें कह रहे हैं, अगर मेरे बच्चे इसे पढ़ सकते हैं, तो अन्य भी पढ़ सकते हैं और कल वे सोचेंगे कि अगर वे (कोहली और गंभीर) ऐसा कह सकते हैं, तो मैं भी कर सकता हूं।
आपको बता दें कि बीसीसीआई ने इस मामले को लेकर कोहली और गंभीर पर मैच फीस का 100 प्रतिशत और नवीन उल हक़ पर 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया है।