Umpiring controversy in Delhi Capitals vs Rajasthan Royals match: इंडियन प्रीमियर लीग 2024 में मंगलवार को दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबला खेला गया था। मैच में दिल्ली की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 20 रनों से जीत अर्जित की। हालांकि दोनों टीमों के बीच हुए मुकाबले में जमकर ड्रामा हुआ। दरअसल, अंपायर ने पहले राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन को विवादित तरीके से आउट करार दिया, जिसे लेकर अभी तक चर्चा जारी है। वहीं इसके बाद थर्ड अंपायर के वाइड बॉल को लेकर दिए गए फैसले पर सवाल उठ रहे हैं।
दरअसल, राजस्थान रॉयल्स की पारी के 19वें ओवर में दिल्ली के तेज गेंदबाज रसिख सलाम डार ने राउंड द विकेट आकर गेंद को एंगल के साथ बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल से दूर ऑफ साइड में वाइड लाइन के करीब फेंका। पॉवेल घुटने के बल बैठकर शॉट लगाना चाहते थे। हालांकि गेंद उनसे दूर रही और वह शॉट नहीं लगा पाए। गेंद के वाइड लाइन के करीब होने के कारण पॉवेल ने उस पर डीआरएस लेने का फैसला किया।
थर्ड अंपायर ने देखा अलग-अलग एंगल
पॉवेल के डीआरएस लेने के बाद थर्ड अंपायर ने इसकी जांच शुरू की। थर्ड अंपायर की इसी जांच पर सवाल उठाए जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि रिव्यू के बाद रिप्ले में फ्रंट एंगल से गेंद अलग जगह दिख रही थी जबकि बैक एंगल से अलग जगह।
थर्ड अंपायर ने जब बैक एंगल से गेंद को देखा तो वह गेंद वाइड लाइन से काफी अंदर दिख रही थी। उन्होंने अलग-अलग एंगल से गेंद को देखा। हालांकि पर्याप्त सबूत नहीं होने के कारण उन्होंने मैदानी अंपायर के नतीजे को बरकरार रखा और गेंद को वाइड नहीं दिया।
अंपायर के इस फैसले पर फैंस सोशल मीडिया पर लगातार गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। वह तकनीक और आईपीएल में हो रही अंपायरों की गलतियों पर सवाल उठा रहे हैं।
फैंस अंपायर्स पर उठा रहे सवाल
(भाई जब बैक एंगल से वाइड दिखाया था तो दूसरा बॉल दिखा रहे थे। जिसमें डीसी ने पीछे कैच का रिव्यू लिया था। इसपर कोई कुछ नहीं बोलेगा।)
(ये तथाकथित थर्ड रेटेड अंपायर को वाइड गेंद को जांचने में 5 मिनट का समय लगा, जो कि वाइड थी लेकिन उन्होंने नहीं दी और बाउंड्री कैच को जांचने के लिए 2 मिनट से भी कम समय लिया, जिसमें साफ तौर पर दिख रहा था कि फील्डर दो बार लाइन से बाहर था। बिल्कुल दयनीय।)