Royal Challengers Bengaluru's peformance: आईपीएल 2024 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का खराब प्रदर्शन जारी है और सोमवार को खेले गए मुकाबले में उसे सीजन की अपनी छठी हार झेलनी पड़ी। लगातार हार के कारण बेंगलुरु की टीम प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर होने की कगार पर पहुँच चुकी है। इस बीच आरसीबी के खराब प्रदर्शन को लेकर दिग्गज वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) की भी प्रतिक्रिया आई है, जिनका मानना है कि टीम को अपने कोचिंग स्टाफ में कुछ भारतीय लोगों को भी शामिल करना चाहिए ताकि खिलाड़ियों के साथ बातचीत बेहतर हो सके।
विराट कोहली, फाफ डू प्लेसी और ग्लेन मैक्सवेल जैसे धाकड़ खिलाड़ियों वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अभी तक पूरी तरह से 17वें सीजन उम्मीदों के विपरीत प्रदर्शन किया है और आगे भी सुधार की गुंजाईश कम ही नजर आ रही है। अंक तालिका में सबसे नीचे मौजूद आरसीबी ने अभी तक 7 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उसे सिर्फ एकमात्र जीत अपने दूसरे मुकाबले में पंजाब किंग्स के खिलाफ मिली थी। इसके बाद, से टीम लगातार पांच हार झेल चुकी है।
विदेशी कप्तान और सपोर्ट स्टाफ के साथ बातचीत में खिलाड़ियों को सहज महसूस नहीं होता - वीरेंदर सहवाग
क्रिकबज पर बातचीत के दौरान, वीरेंदर सहवाग ने कहा कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में कप्तान फाफ डू प्लेसी के साथ अन्य सपोर्ट स्टाफ भी विदेशी हैं। ऐसे में खिलाड़ी सहजता से अपनी समस्याओं को कैसे रख पाएंगे। उन्होंने कहा,
अगर आपके पास 12-15 भारतीय खिलाड़ी हैं, सिर्फ 10 विदेशी खिलाड़ी हैं और आपका पूरा स्टाफ विदेशी खिलाड़ियों का है, तो यह एक मुद्दा है। उनमें से केवल कुछ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं, बाकी सभी भारतीय हैं और उनमें से आधे अंग्रेजी भी नहीं समझते हैं। आप उन्हें कैसे प्रेरित करेंगे? उनके साथ समय कौन बिताता है? उनसे कौन बात करता है? मुझे एक भी भारतीय स्टाफ नहीं दिखाई देता। कम से कम कोई ऐसा होना चाहिए जिस पर खिलाड़ी भरोसा कर सकें।
सहवाग ने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा,
खिलाड़ियों को आराम का स्तर चाहिए जो उन्हें वर्तमान में नहीं मिल रहा है। कप्तान फाफ डू प्लेसी के सामने खिलाड़ी कुछ कह नहीं पाते हैं, क्योंकि अगर वह कुछ पूछेंगे तो उन्हें जवाब देना पड़ेगा। यदि कप्तान भारतीय है, तो आप साझा कर सकते हैं कि आपके दिमाग में क्या चल रहा है। लेकिन अगर आप किसी विदेशी खिलाड़ी के साथ ऐसा करते हैं, तो आप अगले गेम में प्लेइंग XI से बाहर हो सकते हैं। आरसीबी को कम से कम 2-3 भारतीय सपोर्ट स्टाफ की जरूरत है।