CSK Loses Reasons: आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स का हार का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। शुक्रवार को सीएसके को टूर्नामेंट में अपनी पांचवीं हार का सामना करना पड़ा, जो उसे कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों मिली। सीएसके के होम ग्राउंड एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए इस मैच में सीएसके ने पहले खेलते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 103/9 का स्कोर खड़ा किया है। जवाब में कोलकाता ने इस टारगेट को सुनील नरेन की 44 रन की पारी की मदद से 11वें ओवर में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस तरह केकेआर ने 8 विकेट से आसान जीत हासिल की।
इस मैच में चेन्नई के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हुआ। आइए जानते हैं उन 3 बड़े कारणों को जिनके चलते सीएसके को ये हार मिली।
3. टॉप ऑर्डर का बुरी तरह से फ्लॉप होना
टॉस हारकर पहले खेलते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत बेहद खराब रही थी और टीम ने 16 के स्कोर पर अपना पहला विकेट खो दिया था। इसके बाद रचिन रवींद्र भी सस्ते में निपट गए थे। ओपनर्स के जल्दी आउट होने के बाद टॉप ऑर्डर पर रन बनाने की बड़ी जिम्मेदारी थी, लेकिन कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया। विजय शंकर और शिवम दुबे सेट जरूर हुए, लेकिन उस तरह की पारी नहीं खेले, जिसकी टीम को दरकार थी। यही वजह रही कि टीम पूरे ओवर खेलने के बाद एक मामूली टोटल बन पाई।
2. शिवम दुबे का स्ट्राइक लेने से बचने की कोशिश करना
75 के स्कोर पर जब एमएस धोनी के रूप में टीम का आठवां विकेट गिर गया था, तो 4.3 ओवर बाकी बचे थे। ऐसे में दुबे को चाहिए था कि वो ज्यादा से ज्यादा स्ट्राइक अपने पास रखें, लेकिन वो ऐसा करने से बचते हुए नजर आए। दुबे सिंगल लेकर पुछल्ले बल्लेबाजों को स्ट्राइक देने की कोशिश करते नजर आए। उनका ये फैसला कमेंटेटर्स को भी हैरान करता था। अगर दुबे खुद स्ट्राइक लेकर बड़े शॉट्स खेलने का प्रयास करते, तो 30-40 रन और बना सकते थे, जिसे टीम एक फाइटिंग टोटल बना पाती।
1. नूर अहमद से शुरुआत में गेंदबाजी ना करवाना
चेन्नई ने ज्यादा बड़ा टोटल नहीं बनाया था। ऐसे में उसके जीत हासिल करने की उम्मीद पहले से ही ना के बराबर थी। इसके बाद टीम की गेंदबाजी भी लचर साबित हुई। धोनी ने शुरुआत में नूर अहमद से गेंदबाजी ना करवाने की बजाय अश्विन पर भरोसा जताया। उन्होंने अपने 3 ओवर के स्पेल में 30 रन खर्च किए। नूर अहमद ने दो ओवर में सिर्फ 8 रन देकर 1 विकेट भी लिया। धोनी अगर शुरुआत में ही नूर से गेंदबाजी करवाते तो वो केकेआर के विकेट लेकर उनके ऊपर दबाव बना सकते थे।