Ball Change Rule RR vs KKR: आईपीएल 2025 का रोमांच जारी है और अब तक सीजन के 6 मैच खेले जा चुके हैं। पहला सप्ताह पूरा होने को हैं और इस दौरान फैंस को जमकर चौके-छक्के देखने को मिले हैं। बीते दिन राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मैच गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। इसमें एक खास चीज देखने को मिली, जो मौजूदा सीजन में अभी तक खेले गए मैचों में नहीं नजर आई थी। सीजन में पहली बार किसी मैच की दूसरी पारी के बीच गेंद बदलने के नियम का इस्तेमाल किया गया लेकिन इसका फायदा राजस्थान रॉयल्स को नहीं मिल पाया और उसे फिर भी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
दरअसल, सीजन के आगाज से पहले BCCI ने कुछ नए नियम बनाए थे, जिसमें एक बॉल चेंज का था जो ओस से गेम को प्रभावित होने से रोकने के लिए था। इस नियम के तहत ही राजस्थान रॉयल्स ने केकेआर की पारी के दौरान 16 ओवर के बाद बॉल चेंज रूल का इस्तेमाल किया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और 18वें ओवर में ही कोलकाता की टीम ने मैच को अपने नाम कर लिया।
दूसरी बॉल का नियम क्या है?
दूसरी गेंद का नियम, जिसे शाम के मैचों में ओस के प्रभाव को कम करने के लिए इस सीजन में पेश किया गया है, टीमों को दूसरी पारी के दसवें ओवर के बाद गेंद बदलने का अनुरोध करने की अनुमति देता है। हालांकि, निर्णय अंततः अंपायरों के हाथ में होता है, और रिप्लेसमेंट गेंद एक समान प्रकार की होनी चाहिए, न कि पूरी तरह से नई। नियम को लेकर प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटरों की प्रतिक्रियाएं मिश्रित रही हैं। कुछ का तर्क है कि यह ओस वाली सतहों पर पीछा करने वाली टीमों के लिए लाभ को कम करता है, जबकि अन्य का मानना है कि यह खेल के स्वाभाविक प्रवाह को बाधित करता है।
कैसा रहा मैच का हाल
मैच की बात करें तो केकेआर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था, जो पूरी तरह से सही भी रहा। राजस्थान रॉयल्स की तरफ से कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया, जिसके कारण टीम 20 ओवर खेलने के बावजूद 151/9 का ही स्कोर बना पाई, जवाब में कोलकाता की टीम ने क्विंटन डी कॉक की नाबाद 97 रनों की पारी की बदौलत आसानी से 153/2 का स्कोर बनाकर 18वें ओवर में ही जीत हासिल कर ली।