भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिली हार को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। ऋषभ पंत ने कहा है कि उन्हें इस बात का मलाल था कि वो वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में जल्द आउट हो गए और भारतीय टीम को जीत नहीं दिला पाए।
ऋषभ पंत वर्ल्ड कप के लिए भारत की शुरुआती टीम का हिस्सा नहीं थे लेकिन शिखर धवन के चोटिल होने के बाद उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया था। वो न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा थे।
भारतीय टीम ने 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 24 रन पर ही चार विकेट गंवा दिए थे। यहां से ऋषभ पंत ने हार्दिक पांड्या के साथ पारी को आगे बढ़ाया। जब लगा कि चीजें कंट्रोल में हैं तभी पंत आउट हो गए।
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टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ खास बातचीत में ऋषभ पंत ने बताया कि वो इस बात से काफी निराश थे कि वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारतीय टीम को जीत नहीं दिला पाए। उन्होंने कहा " जब मैं 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में आउट हो गया था तो ये मेरे लिए काफी दिल तोड़ने वाला मोमेंट था। मेरे पास मौका था कि मैं भारत के लिए कुछ खास करुं। मुझे नहीं पता था कि इतना बड़ा मौका दोबारा कब आएगा।"
मुश्किल परिस्थितियों में टीम को मैच जिताना मेरा सपना - ऋषभ पंत
ऋषभ पंत के ऊपर उनके शॉट सेलेक्शन को लेकर काफी सवाल उठाए जाते रहे हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट मैच को जिताकर उन्होंने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। मुश्किल परिस्थितियों में पंत ने 89 रनों की नाबाद पारी खेली और टीम को मैच जिताया।
इस बारे में उन्होंने कहा "मैं हमेशा से ही मुश्किल परिस्थितियों में टीम को मैच जिताना चाहता था और ऐसा कुछ करना चाहता था जिस पर लोगों को आसानी से विश्वास ही ना हो। मैंने कभी खुद के लिए रन बनाने के बारे में नहीं सोचा। 20 रनों की पारी या फिर एक बेहद अहम कैच से भी टीम मैच जीत सकती है।"
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