भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह (Jay Shah) ने मंगलवार को कहा कि टाटा ग्रुप के साथ बोर्ड का ध्यान भारतीय क्रिकेट और आईपीएल (IPL) को ऊंचाइयों तक पहुंचाने पर है।
शाह का यह बयान तब आया जब टाटा ने इस साल से आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सर के रूप में वीवो की जगह ली। शाह ने आधिकारिक बयान में कहा, 'बीसीसीआई आईपीएल के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि टाटा समूह की 100 साल से भी पुरानी विरासत है और छह महाद्वीपों के 100 से अधिक देशों में यह कार्यरत है।'
शाह ने आगे कहा, 'टाटा समूह की ही तरह बीसीसीआई भी क्रिकेट की भावना का दुनिया भर में प्रसार करना चाहता है और आईपीएल की बढ़ती लोकप्रियता उसका एक उदाहरण है। हमें खुशी है कि भारत का सबसे बड़ा और सबसे विश्वसनीय व्यवसाय समूह आईपीएल के इस सफर में जुड़ गया है। हम टाटा समूह के साथ आईपीएल अैर भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं।'
भारत के सबसे बड़े व्यवसाय समूह में से एक टाटा समूह अगले दो साल तक चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो की जगह आईपीएल का टाइटल प्रायोजक होगा। आईपीएल की संचालन परिषद ने मंगलवार को हुई बैठक में यह फैसला किया। आईपीएल अध्यक्ष बृजेश पटेल ने पीटीआई को बताया, 'हां , टाटा समूह अब आईपीएल का प्रायोजक होगा।'
सूत्रों के अनुसार टाटा समूह दो साल के लिए आईपीएल के टाइटल प्रायोजन करार के लिये 670 करोड़ रूपये देगा जबकि वीवो करार रद्द करने के लिये 454 करोड़ रूपये देगा। बीसीसीआई को 2022 और 2023 सत्र के लिये 1124 करोड़ रूपये मिलेंगे।
IPL 2022 को भारत में आयोजित कराने का पूरा प्रयास
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मंगलवार को कहा कि बोर्ड सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग का आयोजन भारत में हो।
इंडियन प्रीमियर लीग की दो नई टीमें - लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए संजीव गोयनका की आरपीएसजी ग्रुप और सीवीसी कैपिटल की अहमदाबाद टीम को मंगलवार को बीसीसीआई से औपचारिक क्लीयरेंस मिला।
आईपीएल 2022 के बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आईपीएल का आयोजन भारत में हो। मगर हम मार्च में दोबारा इस पर ध्यान देंगे कि तब भारत में कोविड की स्थिति क्या रहेगी। अगर कोविड स्थिति खराब रही तो बाहर टूर्नामेंट का आयोजन कराने का फैसला लिया जा सकता है।'