इंग्लैंड (England Cricket team) के टेस्ट कप्तान जो रूट (Joe Root) ने कोच क्रिस सिल्वरवुड (Chris Silverwood) का समर्थन किया है, जो ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के खिलाफ एशेज सीरीज (Ashes Series) के कारण आलोचनाओं से घिरे हुए हैं। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां व अंतिम टेस्ट होबार्ट में शुक्रवार से शुरू होगा।
सिल्वरवुड तब से दबाव में आ गए जब इंग्लैंड पर ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 की अजेय बढ़त बना ली थी। सिल्वरवुड सिडनी में चौथे टेस्ट में टीम के साथ नहीं थे क्योंकि वो कोविड-19 से ठीक होने के लिए मेलबर्न में एकांतवास थे। इंग्लैंड ने यह टेस्ट ड्रॉ कराया था।
यह पूछने पर कि सिल्वरवुड एशेज सीरीज के बाद भी अपने पद पर बरकरार रहेंगे तो रूट ने कहा, 'जी हां, मैं तो चाहता हूं। सिल्वरवुड एक सप्ताह से ज्यादा समय से टीम के साथ नहीं है तो खिलाड़ियों के लिए मुश्किल समय रहा और उनके लिए भी रहा होगा।'
रूट ने आगे कहा, 'पहले तीन मैचों के दौरान हमारा प्रदर्शन सही नहीं था। मेरा मानना है कि हमने उन्हें और कोच को नीचा दिखाया है। हमने उस स्तर के करीब नहीं खेला, जो हमारी क्षमता है। इस सप्ताह वो करने का मौका है।'
इंग्लैंड के कप्तान के रूप में रूट का भविष्य भी अधर में है। बेन स्टोक्स को टेस्ट कप्तान का बेहतर दावेदार माना जा रहा है। रूट ने कहा, 'सिल्वरवुड बहुत शांत है और इस ग्रुप में उनकी काफी इज्जत है। उनमें वो आदत है कि हर किसी को बेहतर प्रदर्शन करते देखना चाहते हैं। वह सभी में सर्वश्रेष्ठ शैली देखना चाहते हैं।'
रूट ने आगे कहा, 'लंबे समय से हम अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम को मैदान में नहीं उतार सके हैं क्योंकि हमने निरंतर सुनिश्चित करने की कोशिश की है मानसिक दृष्टिकोण से सभी लोग ठीक रहे क्योंकि पिछले दो सालों में हमारा कार्यक्रम व्यस्त रहा।'
मेरी सबसे बड़ी गलती थी: शेन वॉर्न
ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न दुनिया के सबसे चर्चित चेहरों में से एक है। लोकप्रियता का अपना एक काला सच भी होता है और वॉर्न ने संन्यास के बाद भी इसके परिणाम झेले। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने फॉक्स क्रिकेट के साथ बातचीत में अपनी जिंदगी के सबसे बुरे समय के बारे में खुलकर बातचीत की। उन्होंने साथ ही खुलासा किया कि पापाराजी से निरंतर मिल रहे ध्यान के कारण कैसे निजता उनकी दुर्लभ हो चुकी थी।
कई विवादों से जिंदगी में गुजर चुके शेन वॉर्न ने कहा कि सिमोन कैलाहान के साथ तलाक उनके करियर के सबसे मुश्किल पलों में से एक था विशेषकर इसलिए क्योंकि यह 2005 में इंग्लैंड में एशेज सीरीज के साथ हुआ था।
शेन वॉर्न ने साथ ही कहा कि उन्होंने इंग्लैंड में अपने परिवार के साथ सीरीज में समय बिताने की योजना बनाई थी, जिसमें उनके बच्चे ब्रूक, जैक्सन और समर शामिल थे। वॉर्न ने कहा, 'तलाक लेना मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल समय था और मेरे बच्चों के लिए भी। और तब मेरी गलती थी। तो मुझे पूरी जिंदगी इसके साथ जीना है।'