किंग्स इलेवन पंजाब की टीम से आईपीएल शुरू होने से पहले उम्मीदें हर किसी को थी लेकिन टूर्नामेंट के आधे पड़ाव पर यह टीम अलग ही नजर आ रही है। किंग्स इलेवन पंजाब ने टूर्नामेंट भी शुरुआत बेहतरीन तरीके से की थी लेकिन बाद में इस टीम के मनोबल में गिरावट आती गई और प्रदर्शन भी प्रभावित होता चला गया। केएल राहुल और मयंक अग्रवाल किंग्स इलेवन पंजाब के ही खिलाड़ी हैं जिन्होंने आईपीएल के इस सीजन में शतक जड़े हैं लेकिन उनकी टीम अंक तालिका में सबसे नीचे है।
केएल राहुल और मयंक अग्रवाल के आंकड़े देखने पर लगता है कि इस टीम में दो ही खिलाड़ी हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि आंकड़ों के हिसाब से इन दोनों ने अब तक श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है लेकिन टीम का प्रदर्शन उस हिसाब से नहीं रहा। केएल राहुल ने अब तक सात मैचों में 1 शतक और 3 अर्धशतक की मदद से 387 रन बनाए हैं। दूसरी तरफ मयंक अग्रवाल ने सात मैचों में 1 शतक और 2 अर्धशतक की मदद से 337 रन बनाए हैं। इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा निकोलन पूरन ने कुछ कोशिश की है। ग्लेन मैक्सवेल से उम्मीदें हर मैच में रहती है लेकिन टूर्नामेंट आधा बीत जाने के बाद भी उनके बल्ले से रन नहीं आ रहे। यही ग्लेन मैक्सवेल इंग्लैंड में कुछ समय पहले तक ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए नजर आते थे।
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किंग्स इलेवन पंजाब को सामूहिक प्रयास करना होगा
किसी भी टीम को एक या दो खिलाड़ियों की वजह से जीत कभी नहीं मिलती। मिल भी जाए तो हर बार ऐसा नहीं होता। किंग्स इलेवन पंजाब के साथ भी वही हो रहा है। किंग्स इलेवन पंजाब ने कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं और टीम मजबूत भी नजर आती है लेकिन वह सामूहिक प्रयास नहीं दिख रहा।
अगर सभी ग्यारह खिलाड़ियों में से छह का प्रदर्शन भी एक मैच में बेहतरीन होगा तो जीत के दरवाजे खुल सकते हैं। अगला मैच उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर जैसी टीम से खेलना है जो पहले से ही पांच मैचों में जीत हासिल कर चुकी है। रणनीति और उसका निष्पादन अहम होगा। पंजाब को पुराणी गलतियों को सुधारते हुए सिर्फ केएल राहुल और मयंक अग्रवाल पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।