Major suggestions IPL franchises have shared with officials: आईपीएल 2025 से पहले होने वाले मेगा ऑक्शन के लिए आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। बीसीसीआई, आईपीएल गवर्निंग काउंसिल और आईपीएल के सभी टीमों के मालिकों के बीच इस महीने एक अंत में एक बैठक आयोजित होनी है। हालांकि इस बैठक की तारीख का अभी ऐलान नहीं हुआ है लेकिन आगामी मेगा ऑक्शन से जुड़े कई एजंडो पर काफी चर्चा हो सकती है।
ESPNcricinfo की खबर के अनुसार सभी आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने अपने अलग-अलग सुझाव बीसीसीआई को भेजे हैं, जिसमें सबसे बड़ी बात मेगा ऑक्शन के के समय को बढ़ाने की रही। आईपीएल फ्रैंचाइज़ी चाहती हैं कि आईपीएल का मेगा ऑक्शन हर 5 साल बाद हो ताकि टीम के खिलाड़ियों में बोन्डिंग लम्बे समय तक चलती रहे और ज्यादा से ज्यादा अनकैप्ड खिलाड़ियों को एक टीम में मौका मिले।
बता दें कि पिछले 2 मेगा ऑक्शन 4-4 साल के अंतराल के बाद हुए थे दरअसल, आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स की वापसी के चलते 2014 के बाद साल 2018 में मेगा ऑक्शन हुआ थ।ा इसके बाद 2021 का प्रस्तावित मेगा ऑक्शन 1 साल के लिए स्थगित करना पड़ा था और खिलाड़ियों के कॉन्ट्रैक्ट को भी 1 साल बढ़ाया गया था। ऐसे में अब टीमें चाहती है कि मेगा ऑक्शन का आयोजन हर 5 साल बाद होना चाहिए।
रिटेन और RTM को लेकर दिया नया सुझाव
2018 मेगा ऑक्शन में आईपीएल फ्रेंचाइजियों को 5 खिलाड़ी रिटेन करने की अनुमति थी, जिसमें 3 को ऑक्शन से पहले रिटेन किया जा सकता था और बाकी खिलाड़ियों को आरटीएम के जरिये वापस टीम में बुलाया जा सकता था। लेकिन अब सभी फ्रेंचाइजियों का मानना है कि टीम की स्थिरता बने रहने के लिए 4 से 6 खिलाड़ी रिटेन हों और 8 खिलाड़ियों पर आरटीएम इस्तेमाल किये जाए। आईपीएल 2022 से पहले हुए मेगा ऑक्शन में केवल 4 खिलाड़ियों को ही रिटेन किया गया था क्योंकि लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटन्स की टीम जब पहली बार ऑक्शन में आई थी।
आईपीएल गवर्निंग काउंसिल और फ्रेंचाइजियों के बीच होने वाली बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। साथ ही इम्पैक्ट प्लेयर के नियम पर भी चर्चा देखने को मिल सकती है क्योंकि सभी टीमों द्वारा इस नियम पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।