मुंबई इंडियंस के खिलाफ दूसरे सुपर ओवर के दौरान मयंक अग्रवाल ने सीमा रेखा पर अंतिम गेंद पर छक्का रोकते हुए मुंबई का स्कोर ज्यादा नहीं रहने दिया और पारी 11 रन पर खत्म हो गई। मयंक अग्रवाल के इस प्रयास से पंजाब को सुपर ओवर के 12 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल हुई। उस समय अगर छक्का जाता, तो मैच के नतीजे पर फर्क पड़ सकता था लेकिन मयंक अग्रवाल ने बेहतरीन कोशिश की।
मैच के दूसरे सुपर ओवर में मयंक अग्रवाल ने दो चौके जड़े और टीम की जीत में अहम योगदान भी दिया। मैच के बाद उन्होंने कहा कि मैं सीमा रेखा के पास था और मैंने यही सोचा कि मैं गेंद को अन्दर फेंक दूंगा तो रन बचा लेंगे। मैंने यह नहीं सोचा कि मैं गेंद अर्शदीप को दे दूंगा। मैं चार रन बचाना चाहता था, कोहनी मैदान पर लगी और यह हैरानी वाला काम था। मेरे दिमाग में यही था कि खोने को कुछ नहीं है और हमारे ऊपर दबाव था।
मयंक अग्रवाल ने सुपर ओवर में की बल्लेबाजी
दूसरे सुपर ओवर में मयंक अग्रवाल ने क्रिस गेल के साथ बल्लेबाजी की। मयंक अग्रवाल ने पारी की तीसरी, चौथी गेंद पर लगातार दो चौके ट्रेंट बोल्ट को जड़े। पहली गेंद पर क्रिस गेल ने छक्का जड़ा और पंजाब ने आसानी से 12 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया।
मयंक अग्रवाल ने कहा कि हम अंक तालिका नहीं देख रहे थे लेकिन मुंबई इंडियंस जैसी टीम के खिलाफ मैच जीतना ख़ुशी की बात है। यह एक ऐसा मैच था जो इतिहास में रहेगा। आईपीएल में खेलना सपना पूरा होने जैसा है और इस तरह के उत्साहित करने मैच शानदार हैं। मैच से जो सीखने को मिला वह काफी अतुल्य है। केएल राहुल शानदार खिलाड़ी हैं और कप्तान के रूप में उन्होंने जिस निरंतर प्रदर्शन किया, वह शानदार है।