5 Captains Who Dopped Themselves from Team Due to Poor Form: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का रोमांच जारी है। सीरीज में अब तक चार मुकाबले खेले जा चुके हैं और अंतिम मैच 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा। इस मुकाबले की शुरुआत से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपना नाम वापस ले लिया है। रोहित ने ये फैसला अपनी खराब फॉर्म को देखते हुए लिया है। इस सीरीज के पिछले तीन मैचों में हिटमैन सिर्फ 31 रन ही बना पाए।
टीम इंडिया के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को रिटेन करने और सीरीज को ड्रॉ करवाने के लिए हर हाल में सिडनी टेस्ट को जीतना होगा। यही वजह है रोहित अपनी खराब बल्लेबाजी की वजह से टीम पर दबाव नहीं डालना चाहते।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ये पहले मौका नहीं है, जब किसी कप्तान ने खराब फॉर्म की वजह से खुद को टीम से बाहर रखने का फैसला लिया है। इससे पहले भी कई कप्तान इस तरह का फैसला ले चुके हैं। आइए जानते ऐसे ही पांच कप्तानों के बारे में।
5. एलिस्टेयर कुक
एलिस्टेयर कुक की गिनती इंग्लैंड के दिग्गजों में होती है, वह टीम के सबसे प्रमुख खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। 2016 में खराब फॉर्म से जूझने के बाद एलिस्टेयर कुक ने कप्तानी से हटने का बड़ा निर्णय लिया था। कप्तानी छोड़ने के बाद वह बतौर खिलाड़ी खेलते रहे।
4. ब्रेंडन मैकुलम
2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई सीरीज से पहले ही ब्रेंडन मैकुलम ने अपने भविष्य पर विचार करना शुरू कर दिया था। मैकुलम के बल्ले से रन नहीं निकल रहे थे। इसी वजह से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहना सही समझा।
3. दिनेश चांडीमल
टी20 वर्ल्ड कप 2014 में दिनेश चांडीमल का बल्ला उनका साथ नहीं दे रहा था। काफी कोशिशों के बाद भी चांडीमल अपनी लय हासिल नहीं कर पा रहे थे। सेमीफाइनल और फाइनल को देखते हुए उन्होंने खुद को टीम से बाहर रखने का निर्णय लिया। लसिथ मलिंगा ने कप्तानी संभाली और श्रीलंकाई टीम चैंपियंन बनी। चांडीमल का फैसला टीम के काम आया था।
2. मिस्बाह उल हक
मिस्बाह उल हक की गिनती पाकिस्तान के सबसे सफल कप्तानों में होती है। 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई वनडे सीरीज में मानों मिस्बाह के बल्ले को जंग लग गया था। उन्होंने पहले दो मैचों में सिर्फ 15 रन बनाए थे। तीसरे वनडे से पहले मिस्बाह ने बड़ा फैसला लेते हुए खुद को प्लेइंग 11 से बाहर रखने का फैसला लिया था और शाहिद अफरीदी ने कप्तानी की थी। हालांकि, इसके बावजूद पाकिस्तान को शिकस्त का सामना करना पड़ा था
1. माइक डेनेस
इस लिस्ट में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक डेनेस का नाम भी शामिल है। 1974 में हुई एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम काफी अच्छी फॉर्म में थी। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज के पहले दोनों मैचों में जीत हासिल की थी और तीसरा मैच ड्रॉ रहा था। चौथे टेस्ट से पहले डेनेस ने खुद को टीम से अलग किया। लेकिन फिर भी टीम को शिकस्त झेलनी पड़ी थी।