Mohammad Kaif Blames Shubman Gill: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीन मैच हो चुके हैं। इन मुकाबलों के बाद इंग्लैंड की टीम 2-1 से आगे है। लॉर्ड्स में इंग्लैंड ने हार के मुंह से वापसी की और 22 रनों के अंतर से एक यादगार जीत अपने नाम की। आखिरी दिन इंग्लिश गेंदबाजों ने लगातार भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाया और फिर जीत के जरूरी शेष छह विकेट लेकर इतिहास रच दिया। इस मैच में भारतीय कप्तान शुभमन गिल की भी खूब चर्चा हुई, जो बल्ले से फ्लॉप रहे लेकिन अपने गुस्से की वजह से खूब सुर्खियां बटोरी।
दरअसल, लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन के आखिरी में भारतीय टीम की पारी खेल खत्म होने के कुछ मिनट पहले समाप्त हो गई। इस वजह से इंग्लैंड को अपनी दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए आना था। ऐसे में इंग्लैंड की तरफ से जैक क्रॉली और बेन डकेट की जोड़ी आई। हालांकि, क्रॉली ने इस दौरान प्रयास किया कि कुछ समय खराब हो जाए और उनकी टीम को एक ही ओवर खेलना पड़ा। इसी वजह से जसप्रीत बुमराह की पहली दो गेंदों के बाद पिच पर क्रॉली चहलकदमी करने लगे। फिर बुमराह के पीछे खड़े फैंस को हाथ हिलाकर हटने का इशारा किया और तीसरी गेंद से पहले दो बार स्ट्राइक लेने से हट गए।
तभी शुभमन गिल स्लिप से कुछ कहने के लिए आगे आए। इस पर डकेट ने बीच-बचाव किया। गिल और डकेट ने थोड़ी देर बातचीत की। इसके बाद पांचवीं गेंद पर क्रॉली ने अपनी उंगली में गेंद लगने का इशारा किया और फिजियो को बुलाया। इससे गिल भड़क गए और वह दौड़कर क्रॉली के पास आए और इंपैक्ट प्लेयर का इशारा करने लगे। इसके बाद दोनों के बीच कुछ बातचीत हुई और अन्य भारतीय खिलाड़ी भी करीब आ गए। हालांकि, बाद में अंपायर्स ने मामले को शांत कराया।
मोहम्मद कैफ ने शुभमन गिल पर लगाया इंग्लैंड को उकसाने का आरोप
इस मामले के कारण जब भारतीय टीम की बल्लेबाजी आई तो इंग्लैंड के खिलाड़ी भी जोश में नजर आए और उन्होंने भी स्लेज किया और इसका फायदा भी हुआ। अब भारत की हार के बाद टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने शुभमन गिल को निशाना बनाया है। कैफ का मानना है कि गिल के इस आक्रामक रवैये की वजह से इंग्लैंड टीम में हलचल मचा दी और कप्तान बेन स्टोक्स जोश में आ गए। कैफ ने गिल को सलाह दी कि उन्हें वही रवैया रखना चाहिए, जो फायदेमंद हो।
मोहम्मद कैफ ने अपने ट्वीट में लिखा,
"शुभमन गिल और जैक क्रॉली के बीच हुई लड़ाई ने इंग्लैंड को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया। एजबेस्टन के बाद उनकी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और कप्तानी पर सवाल उठ रहे थे। लेकिन उस घटना ने स्टोक्स को जोश से भर दिया और उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। समझदारी इसी में है कि आप अपने उस रवैये पर कायम रहें जो आपके लिए कारगर हो। गिल को यह सीखना होगा।"
बता दें कि बेन स्टोक्स ने भारत की दूसरी पारी के दौरान जबरदस्त गेंदबाजी की और बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। उन्होंने पांचवें दिन लंबा स्पेल डाला और पारी में कुल 24 ओवर की गेंदबाजी की। इस दौरान स्टोक्स ने 3 विकेट झटके। एक छोर से उनकी शानदार गेंदबाजी के कारण ही भारतीय बल्लेबाज खुलकर नहीं खेल पाए और 193 के लक्ष्य को हासिल करने से चूक गए।