Controversy On Mohammad Rizwan Double Century : पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रावलपिंडी में पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच के दौरान एक बड़ा विवाद भी देखने को मिला है। पाकिस्तान की टीम वैसे तो इस मुकाबले में मजबूत पोजिशन में पहुंच गई है लेकिन एक बड़ी कंट्रोवर्सी विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को लेकर आई है। पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने जानबूझकर रिजवान का दोहरा शतक नहीं होने दिया, जबकि वो इसके काफी करीब पहुंच गए थे।
दरअसल पहली पारी में बैटिंग करने उतरी पाकिस्तान टीम की शुरूआत उतनी अच्छी नहीं रही थी। मात्र 16 रन तक ही टीम के तीन विकेट गिर गए थे। हालांकि इसके बाद मोहम्मद रिजवान ने जबरदस्त पारी खेलकर टीम को काफी मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। रिजवान ने 239 गेंद पर 11 चौके और 3 छक्के की मदद से 171 रनों की नाबाद पारी खेली। रिजवान अपने दोहरे शतक से 29 रन दूर थे और तभी कप्तान शान मसूद ने पारी को डिक्लेयर कर दिया। उन्होंने 448/6 के स्कोर पर पाकिस्तान की पहली पारी घोषित कर दी।
शान मसूद को सोशल मीडिया पर किया गया ट्रोल
इसके बाद शान मसूद की काफी आलोचना की जा रही है। यहां तक कि सोशल मीडिया पर उनके ऊपर फिक्सिंग तक का आरोप लगाया गया। कई सारे फैंस का मानना है कि मसूद ने जानबूझकर पारी को डिक्लेयर किया, ताकि रिजवान का दोहरा शतक ना पूरा होने पाए।
काफी खराब फैसला। तीसरे दिन तक बैटिंग करने देना चाहिए था ताकि पाकिस्तान बड़ा स्कोर बना दे और बांग्लादेश को बिल्कुल भी वापसी का मौका ना मिले।
बहुत ही खराब फैसला शान मसूद ने किया है। मोहम्मद रिजवान को अपना दोहरा शतक पूरा करने का चांस मिलना चाहिए था।
रिजवान को मुबारकबाद लेकिन मुझे यही लगता है कि उन्हें दोहरा शतक पूरा करने का चांस मिलना चाहिए था।
कल्पना कीजिए अगर रिजवान 199 पर होते और तब शान मसूद पारी को डिक्लेयर कर देते।
शान मसूद रिजवान के 200 रन पूरा होने से पहले पारी डिक्लेयर करते हुए।
अगर खुद 171 पर नाबाद होते तब भी क्या शान मसूद पारी को डिक्लेयर कर देते। शान मसूद की कप्तानी सही नहीं है।