Nathan Mcsweeny reacts on his snub from last two test against India: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया अपनी सरजमीं पर भारत की मेजबानी कर रहा है। इस सीरीज के तीन मैच हो चुके हैं और सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का चौथा टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबर्न में और पांचवां व अंतिम टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में होना है। इन दो मैचों के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अपने स्क्वाड की घोषणा कर दी है, जिसमें कुछ अहम बदलाव हुए। इनमें से एक बदलाव नाथन मैक्स्वीनी के रूप में हुआ, जो बतौर ओपनर खेल रहे थे। मैक्स्वीनी की जगह सैम कोन्सटास को स्क्वाड में जगह दी गई है, जिनका घरेलू क्रिकेट में हालिया प्रदर्शन अच्छा रहा है। मैक्स्वीनी ने बीच सीरीज से खुद को ड्रॉप किए जाने पर चुप्पी तोड़ी है और इसे हैरान करने वाला फैसला बताया।
ऑस्ट्रेलिया ए के लिए भारत ए के खिलाफ प्रभावशाली बल्लेबाजी करने वाले नाथन मैक्स्वीनी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले तीन टेस्ट में मौका मिला। मैक्स्वीनी ने अपने करियर में भारत ए के खिलाफ दूसरे मैच में पारी की शुरुआत करने से पहले कभी ओपनिंग नहीं की थी लेकिन फिर भी उनके ऊपर भरोसा जताया गया। मैक्स्वीनी ने कुछ मौकों पर क्रीज पर टिकने का प्रयास किया लेकिन वह ज्यादा सफल नहीं हुआ। इन तीन टेस्ट में उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं आया और उनका सर्वोच्च स्कोर 39 रहा। शायद इसी वजह से उन्हें ड्रॉप कर सैम कोन्सटास को शामिल किया गया है।
ऑस्ट्रेलिया के स्क्वाड से ड्रॉप किए जाने पर क्या बोले नाथन मैक्स्वीनी
7NEWS एडिलेड ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक क्लिप साझा की जिसमें मैकस्वीनी ने जॉर्ज बेली की अगुवाई वाली चयन समिति द्वारा ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम से बाहर किए जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
"दुखी हूं। मेरा सपना सच हो गया और फिर जिस तरह से मैं चाहता था वह काम नहीं कर पाया। लेकिन यह सब खेल का हिस्सा है, इसलिए मैं नेट्स में में कड़ी मेहनत करूंगा, और उम्मीद है कि अपने अगले अवसर के लिए तैयार रहूंगा। मुझे लगता है कि यह वह खेल है जिसमें हम हैं, यदि आप अवसर नहीं लेते हैं और आप उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं जितना आप चाहते हैं, तो आपकी स्थिति कभी भी सुरक्षित नहीं होती है। मैं बल्ले से एक-दो बार चूक गया और दुर्भाग्य से मौका नहीं ले पाया।"