भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा का विचार है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में दोनों कप्तानों में से न्यूजीलैंड के केन विलियमसन बेहतर हैं। चोपड़ा ने साथ ही कहा कि जब बात बल्लेबाजी की हो तो विराट कोहली का पलड़ा भारी है।
विलियमसन और कोहली ने अपनी टीमों का सफल नेतृत्व किया, जिसकी बदौलत भारत और न्यूजीलैंड डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचे। विराट कोहली ने डब्लयूटीसी में 14 मैचों में भारतीय टीम की अगुवाई की, जिसमें से टीम ने 10 मैच जीते जबकि 4 में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी।
वहीं विलियमसन ने 9 डब्ल्यूटीसी मैचों में न्यूजीलैंड का नेतृत्व किया, जिसमें से उन्हें 6 में जीत और तीन में हार मिली। पाकिस्तानी क्रिकेटर कामरान अकमल के साथ यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए चोपड़ा ने कहा कि विलियमसन ने अच्छी रणनीति बनाई, लेकिन साथ ही ध्यान दिलाया कि कोहली का कुल प्रदर्शन शानदार रहा।
चोपड़ा ने कहा, 'रणनीति के मामले में केन विलियमसन बेहतर कप्तान है, लेकिन बल्लेबाज और पूरे पैकेज की बात करें तो विराट कोहली ज्यादा लेकर आए।'
चोपड़ा ने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड दोनों के कप्तान काफी अनुभवी हैं और डब्ल्यूटीसी फाइनल में दोनों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा, 'दोनों काफी अनुभवी हैं और दोनों के पास अच्छी टीमें हैं। एक कप्तान अपनी टीम के जैसे अच्छा होता है और दोनों की कप्तानी करने का तरीका अलग है। केन विलियमसन को खेल नियंत्रित करना पसंद है। वह बहुत खुश होते हैं जब खेल धीमी गति से आगे बढ़ रहा होता है। भारत के विराट कोहली हमेशा विकेट की तलाश में होते हैं और खुद को काफी अभिव्यक्त करते हैं। दोनों ही अपने-अपने तरीके से शानदार हैं।'
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने आकाश चोपड़ा ने ध्यान दिलाया कि कोहली ने बल्लेबाज के रूप में इंग्लैंड में सफलता चखी थी जबकि विलियमसन ने इंग्लैंड में और भारत के खिलाफ संघर्ष किया।
चोपड़ा ने कहा, 'कोहली अच्छे फॉर्म में हैं। उन्होंने भले ही शतक नहीं जमाया हो, लेकिन बड़े मौकों पर वो दमदार प्रदर्शन करते हैं। 2014 में उन्होंने इंग्लैंड में संघर्ष किया, फिर 2018 में वहीं करीब 600 रन बना दिए। उन्हें स्थिति का अच्छे से अंदाजा है।'
चोपड़ा ने आगे कहा, 'विलियमसन न्यूजीलैंड के लिए शीर्ष स्तरीय खिलाड़ी हैं। मगर इंग्लैंड में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और भारत के खिलाफ भी उनका रिकॉर्ड शानदार नहीं है। भारतीय गेंदबाजों ने विलियमसन को परेशान किया है।'
डब्ल्यूटीसी फाइनल में ये है भारतीय टीम के लिए खतरा: आकाश चोपड़ा
चोपड़ा के मुताबिक दोनों टीमों का गेंदबाजी आक्रमण मजबूत है तो डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी निर्णायक पहलु साबित हो सकती है।
चोपड़ा ने कहा, 'भारत और न्यूजीलैंड की गेंदबाजी टॉप-क्लास है। भारत का स्पिन विभाग भी बेहतर है। अगर न्यूजीलैंड ने ऐजाज पटेल को खिलाया तो भारत के पास अश्विन और जडेजा हैं। अगर पिच पर स्पिन है, तो हमारे पास ज्यादा विकल्प हैं। भारत और न्यूजीलैंड गेंदबाजी विभाग में बराबर हैं।'
43 साल के आकाश चोपड़ा ने कहा कि न्यूजीलैंड का बल्ले के साथ अनुशासन भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
उन्होंने कहा, 'पहले बल्लेबाजी करके 350 रन बनाना दोनों टीमों के लिए मुश्किल होगा। दोनों टीमों के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल समय होगा क्योंकि गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत रहने वाला है। न्यूजीलैंड की तरफ से सबसे बड़ा खतरा भारत के लिए यह होने वाला है कि उनके बल्लेबाज बोरिंग क्रिकेट खेलने की कोशिश करेंगे और मिलकर पारी को रोकने की कोशिश करेंगे।'
चोपड़ा ने आगे कहा, 'वह अपने विकेट आसानी से नहीं देने वाले हैं। भारत का बल्लेबाजी आक्रमण शानदार है और थोड़ा आक्रामक भी।' न्यूजीलैंड ने आखिरी बार भारतीय टीम को टेस्ट सीरीज में 2-0 से मात दी थी।