ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड (Andrew McDonald) ने कहा कि श्रीलंका (Sri Lanka Cricket team) के खिलाफ आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में उनकी टीम काफी प्रेडिक्टिबल थी और उनमें वैराएटी की कमी थी। श्रीलंका ने 18 गेंदों में 59 रन बनाकर रोमांचक मैच जीता था। कप्तान दासुन शनाका (Dasun Shanaka) श्रीलंका की जीत के हीरो रहे, जिन्होंने केवल 25 गेंदों में 5 चौके और 4 छक्के की मदद से नाबाद 54 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया की टीम इस साल टी20 वर्ल्ड कप में अपने अभियान की शुरूआत गत चैंपियन के रूप में करेगी और टूर्नामेंट से पहले उसे कुछ क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है। इनमें से एक क्षेत्र है अंतिम ओवर की गेंदबाजी।
जहां मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस जैसे नियमित खिलाड़ियों की वापसी होना है, वहीं जोश हेजलवुड अच्छी लेंथ रखने के बावजूद भी कई बार खर्चीले साबित हुए। श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में हेजलवुड ने पारी का 18वां ओवर डाला, जिसमें 22 रन लुटाए और यहीं से लय श्रीलंकाई टीम के पक्ष में चली गई।
मैकडोनाल्ड ने ध्यान दिया कि खिलाड़ियों के बीच बातचीत हुई कि उन्हें अपने फैसले लेने में सुधार करना होगा। मैकडोनाल्ड का मानना है कि आरोन फिंच के नेतृत्व वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का रवैया तीसरे मैच में आसानी से समझ आ रहा था। उन्होंने ध्यान दिलाया कि पहले दो मैचों में लक्ष्य का पीछा करने से उनकी टीम का दबाव हटा था, लेकिन तीसरे टी20 में भी ज्यादातर समय ऑस्ट्रेलिया ने अच्छा खेला।
मैकडोनाल्ड ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की कलाई मुश्किल परिस्थिति में में खुल गई और उनका मानना है कि आगे बढ़ने में उन्हें इससे मदद मिली।
एंड्रयू मैकडोनाल्ड के हवाले से ईएसपीएनक्रिकइंफो ने कहा, 'हमने पिछली रात व्यक्तिगत स्तर पर छोटी समीक्षाएं की तो पाया कि अगर दोबारा समय मिलता तो हम कुछ विभिन्न विकल्प चुनते। हमारा मानना है कि कुछ समय हम सिर्फ एक दिशा में चले। हमारी टीम का खेल समझ आ रहा था और संभवत: पहले दो मैच में हमने अच्छा किया, लेकिन तीसरे मैच में लक्ष्य का पीछा करते समय हमारी पोल खुल गई।'