ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) ने एशेज सीरीज 2023 (Ashes Series) में विजयी आगाज किया। एजबेस्टन में पैट कमिंस (Pat Cummins) के नेतृत्व वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंग्लैंड (England Cricket Team) को रोमांचक मैच में दो विकेट से मात दी और पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई।
इस शानदार जीत के बावजूद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने ऑस्ट्रेलिया के एक फैसले पर ऐतराज जताया है। हुसैन का दावा है कि ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में मिचेल स्टार्क की गेंद और बल्ले दोनों से कमी खली।
स्टार्क ने अपने करियर में एशेज सीरीज के 18 टेस्ट खेल और 27.46 की औसत से 74 विकेट लिए हैं। उन्होंने 25.85 की औसत से 517 रन भी बनाए। स्टार्क को भारत के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल में खिलाया गया था, जहां उन्होंने चार विकेट लिए और दूसरी पारी में महत्वपूर्ण 41 रन का योगदान दिया था।
डब्ल्यूटीसी फाइनल में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद स्टार्क को इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट में नजरअंदाज किया गया और उनकी जगह स्कॉट बोलैंड को खिलाया गया। बोलैंड ने पहले टेस्ट में केवल दो विकेट लिए।
नासिर हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि स्टार्क एक खिलाड़ी हैं, जिसकी ऑस्ट्रेलिया को मैच में कमी खली। पूर्व कप्तान ने ध्यान दिलाया कि इंग्लैंड के पुछल्ले बल्लेबाजों ने योगदान दिया जबकि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्दी आउट करने के लिए जाने जाते हैं।
हुसैन ने साथ ही कहा कि मिचेल स्टार्क बल्ले से भी उपयोगी योगदान देने में समर्थ हैं और पहले टेस्ट में उन्हें नहीं खिलाना समझ से परे है। हुसैन ने कहा, 'एक खिलाड़ी जिसकी गेंद व बल्ले दोनों से कमी खली, वो हैं मिचेल स्टार्क। इंग्लैंड के निचले क्रम के तीन बल्लेबाजों ने जो 60 रन जोड़े। अगर आप एशेज सीरीज के पिछले मुकाबलों पर गौर करें तो पाएंगे कि स्टार्क ने जल्द ही इंग्लैंड के पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट किया है। फिर बल्ले से स्टार्क उपयोगी योगदान देते रहे हैं। उन्हें नहीं खिलाना बड़ा झटका है।'