ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क (Mitchell Starc) ने कहा है कि 2021-22 के एशेज (Ashes) के दौरान इंग्लिश क्रिकेटर्स को काफी ढील मिली थी, जिसके कारण वे कठिन क्वारंटाइन के दौर से बच गए। इससे पहले इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड क्वारंटाइन को लेकर एशेज पर काफी तेज भड़के थे और इसे खिलाड़ियों के लिए कठिन बताया था।
टेस्ट क्रिकेट में प्रमुख विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में शामिल ब्रॉड ने कहा था कि उस समय क्वारंटाइन के नियमों के कारण इंग्लिश खिलाड़ी अपने आपको काफी असहज महसूस कर रहे थे। ब्रॉड ने पिछले महीने Daily Mail से बात करते हुए कहा था,
कुछ भी पिछले एशेज सीरीज से कठिन नहीं था। लेकिन मेरे दिमाग में, मैं उसे एक वास्तविक एशेज नहीं मानता। उस सीरीज में COVID संबंधी प्रतिबंधों के कारण कोई भी उच्च स्तरीय प्रदर्शन नहीं हुई थी। प्रशिक्षण सुविधाएं, यात्रा, सामाजिकरण की अनुमति न होने की वजह से उसे मैंने अमान्य सीरीज के रूप में खारिज कर दिया है।
स्टार्क ने ब्रॉड के दावों को किया खारिज
सिडनी मोर्निंग हेराल्ड से बात करते हुए मिचेल स्टार्क ने स्टुअर्ट ब्रॉड के सभी दावों को खारिज किया और कहा कि इंग्लिश क्रिकेटर्स को कई विशेषाधिकार मिले थे और उन्हें टूर पर प्रतिबंधित होने पर शिकायत करने का कोई कारण नहीं था। उन्होंने कहा कि मेहमान टीम को अपने कमरों में प्रतिबंधित नहीं किया गया था और उनके परिवार वहां मौजूद थे।
सबसे मजेदार बात यह थी कि वे गोल्ड कोस्ट पर क्वारंटाइन कह रहे थे। मैंने सात ऐसे क्वारंटाइन किए थे। यह दूर-दूर तक सबसे आसान था। पॉम्स को पूल, जिम, गोल्ड कोस्ट पर एक रिसॉर्ट में रहने की सुविधा मिली थी, वे मेट्रिकोन (अब Heritage Bank Stadium) में प्रशिक्षण ले सकते थे, उन्हें कमरों में प्रतिबंधित नहीं किया गया था और उनका परिवार वहां मौजूद था। क्या यह वास्तव में क्वारंटाइन था? उन्हें यात्रा पर गोल्फ खेलने की अनुमति थी। क्या यह 4-0 के लिए बहाना है? नहीं पता। यह एक काफी अच्छी सीरीज थी जिसमें भाग लेने का अवसर मिला।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज का आयोजन इसी साल जून–जुलाई के महीने में इंग्लैंड की धरती पर होना है।