ऑस्ट्रेलियाई (Australia) टीम मार्च-अप्रैल के महीने में तीन टेस्ट, तीन वनडे और एक टी20 के लिए पाकिस्तान (Pakistan) के दौरे पर जाएगी। 1998 के बाद ऑस्ट्रेलिया पहली बार पाकिस्तान के दौरे पर खेलने जा जायेगी। इस ऐतिहासिक दौरे को लेकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट एसोसिएशन के चीफ टॉड ग्रीनबर्ग ने खिलाड़ियों को यह आश्वासन दिया है कि यदि दौरा प्लान के मुताबिक होता है, तो वह भी टीम के खिलाड़ियों के साथ पाकिस्तान रवाना हों। सिडनी मोर्निंग हेराल्ड से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि टीम के खिलाड़ी पाकिस्तान अकेले नहीं जायेंगे।
ऑस्ट्रेलियाई टीम फ़िलहाल एशेज टेस्ट सीरीज में हिस्सा ले रही है और दो महीने के बाद वह पाकिस्तान दौरे के लिए रवाना होगी, जिसके लिए उन्हें एसीए का सपोर्ट मिला है। टॉड ग्रीनबर्ग ने इस सन्दर्भ में आगे कहा कि, "मैंने खिलाड़ियों को आश्वासन दिया है कि वे अकेले नहीं जाएंगे। अगर वे पाकिस्तान जा रहे हैं, तो मैं उनके साथ जाऊंगा और मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है। यह खिलाड़ियों को दिखाने का अवसर है कि हम इस दौरे पर एक साथ हैं।"
टॉड ग्रीनबर्ग ने पाकिस्तान के हालातों को लेकर आगे कहा कि, "एसीए पिछले साल के अंत में पाकिस्तान के दौरे पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ गया था और सभी रिपोर्ट बहुत सकारात्मक थी। लेकिन हम डीएफएटी (ऑस्ट्रेलिया के विदेश मामलों और व्यापार विभाग) और अन्य सरकारी संगठनों की सलाह लेना जारी रखेंगे। क्योंकि हमें न केवल खिलाड़ियों, बल्कि उनके परिवारों को संतुष्ट करना और बताना होगा कि यह दौरा सुरक्षित होगा।"
आपको बता दें कि पिछले साल टी20 विश्व कप से पहले न्यूज़ीलैंड क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान दौरे से लौटने का फैसला लिया था। न्यूज़ीलैंड ने सुरक्षा का हवाला देते हुए यह बड़ा फैसला लिया था साथ ही इंग्लैंड ने भी पाकिस्तान जाने से इंकार कर दिया, जिसके बाद क्रिकेट जगत में इस विषय को लेकर काफी चर्चा हुई। लेकिन अब ऑस्ट्रेलियाई टीम पाकिस्तान का दौरा करने के लिए तत्पर है।