सिडनी में चल रहे ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका (AUS v SA) के बीच टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले के पहले दिन एक बड़ा बवाल देखने को मिला। ऑस्ट्रेलियाई पारी के 40वें ओवर की पांचवीं गेंद पर लैबुशेन का पहली स्लिप पर साइमन हार्मर ने कैच पकड़ा और सभी प्रोटियाज खिलाड़ी जश्न मनाने लगे। वहीं मैदानी अम्पायर ने निर्णय के लिए तीसरे अम्पायर की मदद ली। लेकिन कई बार रिप्ले देखने के बाद इसे नॉट आउट करार दिया। इस निर्णय के बाद क्रिकेट जगत और सोशल मीडिया पर हडकंप मच गया। इसी बीच इंग्लैंड (England) के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स (Ben Stokes) ने चुटकी लेते हुए अपना विचार ट्विटर पर साझा किया।
बेन स्टोक्स ने सबसे पहले अपनी राय इस फैसले पर रखी और अंत में उन्होंने कहा कि इस निर्णय पर मेरी टिप्पणी नहीं है और हँसते हुए अपनी बात पूरी की। इससे पहले उन्होंने कहा कि, 'ICC को सॉफ्ट सिग्नल से छुटकारा या हटाना चाहिए और तीसरे अंपायर को निर्णय लेने के लिए सभी तकनीक रखने की अनुमति देनी चाहिए। जब ऑन फील्ड अंपायर इस तरह के फैसले को ऊपर भेजते हैं, तो सारा विवाद हमेशा दिए गए सॉफ्ट सिग्नल के आसपास होता है।'
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस विवादास्पद कैच के बाद थर्ड अंपायर के कैमरों की समीक्षा करेगा
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस घटना पर थर्ड अंपायर के कैमरा-एंगल पर समीक्षा करने को कहा है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के सीईओ निक हॉक्ले ने मैच के अधिकारीयों के फैसले को डिफेंड करते हुए कहा कि, 'क्रिकेट का प्रसारण संभवत: किसी भी प्रमुख खेल से सबसे मुश्किल है। हमारे पास बड़ी संख्या में कैमरे मौजूद हैं। कल वास्तव में थोड़े से मार्जिन से फैसला लिया गया था। मैच रेफरी और अंपायर उनके पास उपलब्ध जानकारी के साथ ही यह फैसला लिया गया था। यह कुछ ऐसी घटना है जिसके बारे में हम सोचेंगे और देखेंगे। हम इस पर टेस्ट मैच खत्म होने के बाद इसकी समीक्षा भी करेंगे। यह बेहद निराशाजनक था।'