इंग्लैंड क्रिकेट टीम (England) का नेतृत्व जब से बेन स्टोक्स (Ben Stokes) और कोच ब्रैंडन मैकलम ने टेस्ट क्रिकेट में संभाला है तब से ही टीम की कायापलट हो गई है। पिछले 11 मुकाबलों में इंग्लैंड केवल एक ही मैच हारा है और इस दौरान उन्होंने न्यूज़ीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, भारत, पाकिस्तान को पटखनी दी है। टेस्ट क्रिकेट में ताबड़तोड़ क्रिकेट खेलने की एप्रोच को बैजबॉल के नाम से भी जाना जा रहा है, जहाँ इंग्लैंड टीम धुआंधार बल्लेबाजी कर विपक्षी टीम को धराशायी कर देती है। लेकिन इस नई एप्रोच में टीम के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट को परेशानी का सामना करना पड़ा है।
जो रूट अपने स्वाभाविक खेल के विपरीत खेल रहे हैं, जिसके चलते उनके प्रदर्शन में गिरावट आई है। ऐसे में उन्होंने इंग्लैंड की नई-युग की एप्रोच को लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा कि, 'मुझे बस यह पता लगाना है कि मेरे लिए अच्छा क्या है, और इसमें कुछ समय लगने वाला है। मुझे लगता है कि अगर मैं पूरी ईमानदारी से कहूं तो कप्तानी छोड़ने के बाद मुझे बड़ी राहत मिली थी। और अब मैं सिर्फ यह पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि इस टीम में मेरी क्या भूमिका है। यह बचकाना लगेगा क्योंकि मेरे पास अनुभव है लेकिन मैं इस नई टीम का हिस्सा बनना चाह रहा हूँ। मैं टीम के लिए ज्यादा योगदान देना चाहता हूँ जो मैं पिछले कई मैचों से नहीं कर पाया।'
आपको बता दें कि इंग्लैंड इस समय न्यूज़ीलैंड दौरे पर है जहाँ उन्होंने पहला टेस्ट मैच कीवी टीम के खिलाफ आसानी के साथ जीत लिया। इस टेस्ट मैच में जो रूट 14 और 57 रनों का योगदान दिया लेकिन वह दोनों पारियों में रिवर्स स्वीप खेलने के चक्कर में आउट हो गए, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई है। इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच 24 फरवरी से शुरू होगा।