आईसीसी टी20 विश्व कप (T20 World Cup) शुरू होने में करीब दो महीने का समय बचा है और यह पुष्टि हो गई है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) प्रतियोगिता ने प्रत्येक टीम में कुल 23 सदस्यों (15 खिलाड़ी और 8 अधिकारी) को लाने की अनुमति दी है।
शुरूआत में भारत इस प्रतियोगिता की मेजबानी करने वाला था। हालांकि, बीसीसीआई ने भारत में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए इसे यूएई और ओमान में शिफ्ट कर दिया। टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा लेंगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी ने पीटीआई को जानकारी दी कि आईसीसी ने पृथकवास नियमों के कारण अंतरराष्ट्रीय बोर्डों को स्क्वाड के साथ अतिरिक्त खिलाड़ी लाने की अनुमति दी है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शासकीय ईकाई सिर्फ 15 खिलाड़ी और 8 अधिकारियों का खर्चा उठाएगी।
अधिकारी ने कहा, 'आईसीसी ने सभी हिस्सा लेने वाले देशों को कोविड-19 स्थिति और बायो-सिक्योर बबल के मद्देनजर अपने स्क्वाड के साथ अतिरिक्त खिलाड़ी लाने की अनुमति दी है। हालांकि, देश के बोर्ड को अतिरिक्त खिलाड़ियों का खर्चा उठाना पड़ेगा। आईसीसी 15 खिलाड़ी और 8 अधिकारियों का खर्चा उठाएगी।'
अधिकारी ने आगे खुलासा किया कि सभी बोर्डों को 10 सितंबर तक अपनी वर्ल्ड कप टीम भेजना होगी। आईसीसी पृथकवास शुरू होने के पांच दिन पहले हिस्सा लेने वाली टीमों को अंतिम समय में बदलाव के लिए अनुमति देगा।
बोर्ड पर निर्भर करेगा कि कितने अतिरिक्त खिलाड़ियों को टी20 विश्व कप में चाहता है: सूत्र
बायो-बबल और पृथकवास नियमों के कारण सभी अंतरराष्ट्रीय ईकाई टी20 विश्व कप के लिए कुछ अतिरिक्त खिलाड़ियों को चुन सकती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये खिलाड़ी किसी के चोटिल होने या फिर कोविड-19 विकल्प के रूप में जल्द ही टीम से जुड़ जाएंगे।
पीसीबी अधिकारी ने कहा कि आईसीसी ने बोर्ड को अनुमति दी है कि वह अतिरिक्त खिलाड़ियों को भेजने का फैसला करे।
अधिकारी ने कहा, 'यह अब बोर्डों पर है कि वह प्रमुख स्क्वाड के साथ कितने अतिरिक्त खिलाड़ियों को भेजना चाहते हैं। कोविड-19 की स्थिति में अगर कोई खिलाड़ी पॉजिटिव निकला या फिर किसी को चोट लगी तो टीमें अतिरिक्त खिलाड़ियों को विकल्प के रूप में जोड़ सकती हैं।'