पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने लंबे समय से शतक नहीं जमाया है, दोनों के पास इंग्लैंड में बेहतरीन प्रदर्शन का ये शानदार मौका है। गावस्कर ने दोनों से आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज (IND vs ENG) में खोए मौके को भुनाने का आग्रह किया है।
कप्तान विराट कोहली ने आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक बांग्लादेश के खिलाफ नवंबर 2019 में बनाया था। वहीं चेतेश्वर पुजारा ने जनवरी 2019 में सिडनी में आखिरी सैकड़ा जमाया था।
भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से पहले द हिंदू को दिए इंटरव्यू में गावस्कर ने कोहली और पुजारा दोनों को महान खिलाड़ी करार दिया। दोनों बल्लेबाजों के बड़े स्कोर नहीं बना पाने पर बातचीत करते हुए गावस्कर ने कहा, 'मेरे ख्याल से यह दोनों के लिए बेहतरीन समय है। दोनों रन बनाने वाले भूखे बल्लेबाज हैं। दोनों को बड़े शतक जमाना पसंद है। तो तथ्य यह है कि लंबे समय से आप शतक पूरा नहीं कर पाए हैं। एक बार जब वो शतक के करीब पहुंचेंगे तो उसे पार करना चाहेंगे क्योंकि लंबे समय से शतक नहीं जमा पाएं हैं।'
गावस्कर ने आगे कहा, 'मगर मुझे नहीं लगता कि दोनों के दिमाग में यह बसा होगा कि लंबे समय से शतक नहीं जमाया है। कोई भी बल्लेबाज इतने आगे की नहीं सोचता। एक अच्छा और दिग्गज बल्लेबाज बस अगली गेंद के बारे में सोचता है। वह पिछली गेंद के बारे में भी नहीं सोचते और ये दोनों ही बल्लेबाज निश्चित ही महान खिलाड़ी हैं।'
पुजारा की पद्यति उनके और भारत के लिए कारगर साबित हुई: गावस्कर
पिछले साल से इस पर काफी चर्चा हुई कि चेतेश्वर पुजारा को अपनी डिफेंसिव तरीके को बदलने की जरूरत है और ज्यादा रन बनाने की सोच अपनाने की जरूरत है।
पुजारा को ऑस्ट्रेलिया में धीमी बल्लेबाजी के कारण काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी। भारत ने वह सीरीज जीती थी। पुजारा को हालांकि, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में फ्लॉप होने के बाद एक बार फिर आलोचआनों का सामना करना पड़ा।
गावस्कर के मुताबिक सौराष्ट्र के बल्लेबाज को अपने तरीके पर भरोसा करना चाहिए, जिसने उन्हें सफलता दिलाई और उन्हें आत्मविश्वास की जरूर है। गावस्कर ने कहा, 'पुजारा को एक तरह खेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका मिला। उन्हें अपने उस तरीके पर विश्वास करना होगा। अगर टीम को पुजारा के तरीके पर विश्वास नहीं तो उन्हें किसी और पर ध्यान देना चाहिए। मगर पुजारा को इसी तरीके को कायम रखना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें सफलता मिली और भारत को भी।'
गावस्कर ने आगे कहा, 'पुजारा ने एक छोर संभाले रखा तभी दूसरे छोर पर बल्लेबाजों को खुलकर खेलने की इजाजत मिलती है। वह अपने शॉट इसलिए खेल पाते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि एक छोर पर मजबूत बल्लेबाज टिका है। मेरे ख्याल से उन्हें खुद पर विश्वास करने की जरूरत है और उन्हें इसी तरह खेलना जारी रखना चाहिए क्योंकि उन्होंने भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है।' 33 साल के पुजारा आगामी सीरीज में दबाव में रहेंगे।