न्यूजीलैंड के हाथों विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल गंवाने के बाद भारतीय टीम आगामी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरूआत 4 अगस्त से ट्रेंटब्रिज में होगी।
बीसीसीआई अधिकारियों ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए एक फर्स्ट-क्लास मैच की मांग रखी थी। मगर अब टीम इंडिया का नया प्लान तैयार हो गया है। भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए 15 दिन में डरबन में इकट्ठा होगी
भारतीय टीम नॉटिंघम रवाना होने से पहले डरहम में रिवरसाइड ग्राउंड पर दो इंट्रा स्क्वाड मैच खेलेगी। बीसीसीआई ने ईसीबी से गुजारिश की थी कि काउंटी टीमों के खिलाफ मुकाबले आयोजित कराए, लेकिन कोविड-19 की चुनौती और बायो-बबल बरकरार रखने के कारण ऐसा होना संभव नहीं है।
बीसीसीआई सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए यात्रा का कार्यक्रम तय किया गया था। भारतीय टीम के समान बबल में काउंटी टीम को लाना मुश्किल है। ईसीबी खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर काफी सचेत है। भारतीय टीम का बबल डरहम में बनेगा।'
अभ्यास मैच शुरूआती योजना का हिस्सा नहीं थे
ध्यान दिला दें कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में खुलासा किया था कि टेस्ट सीरीज से पहले फर्स्ट-क्लास वॉर्म-अप मैच के लिए पूछने के बावजूद उन्होंने कोई विकल्प नहीं दिया।
कोहली ने कहा था, 'यह हम पर निर्भर नहीं करता है। हम चाहते थे कि फर्स्ट-क्लास मैच मिले, लेकिन वो नहीं दिए गए। मुझे इसका कारण नहीं पता। हमारे पास पहले टेस्ट के लिए बहुत समय है। हमें इसके लिए तैयार रहना होगा।'
भारतीय टीम को इसी प्रकार डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलना पड़ा था। टीम इंडिया 3 जून को यूके पहुंची, जिसके बाद 10 दिन अनिवार्य पृथकवास में रही। भारतीय टीम को एक इंट्रा स्क्वाड मैच खेलने को मिला, जिसे पर्याप्त अभ्यास नहीं माना जा सकता।
इंग्लैंड दौरे के लिए अभ्यास मैच शुरूआत से योजना का हिस्सा नहीं थे। ईसीबी की चिंता समझी जा सकती है कि काउंटी खिलाड़ी भारत के बायो-बबल में दाखिल होंगे तो कोविड-19 की चिंता न बढ़ जाए।