इंडियन प्रीमियर लीग 2021 का भाग्य तय करने में केवल 10 मिनट का समय लगा था। चीजों को छोटा और आसान बनाए रखते हुए बीसीसीआई सचिव जय शाह ने आईपीएल जनरल काउंसिल को जानकारी दी कि बायो-बबल उल्लंघन के बाद टूर्नामेंट को जारी रखना नामुमकिन है। शाह ने साथ ही जीसी सदस्यों को यह भी कहा कि बोर्ड की शीर्ष प्राथमिकता खिलाड़ियों की सुरक्षा है और इससे बिलकुल भी समझौता नहीं किया जा सकता।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एक सदस्य चाहता था कि दुनिया की सबसे अमीर टी20 लीग आईपीएल जारी रहे, लेकिन अन्य लोग इसके समर्थन में नहीं थे और इसने भाग्य पर मुहर लगाई। चीजें फिर खराब से बदतर होने लगी जब एसआरएच के स्टार ऋद्धिमान साहा मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच से पहले कोविड-19 पॉजिटिव निकले। जब ऐसा हुआ तो शाह ने अधिकारियों से बात की और अगला कदम एकदम स्पष्ट था।
बीसीसीआई को एहसास हुआ कि यात्रा घटाने के लिए एक ही शहर में नया बबल स्थापित करना असंभव है और इसलिए दीवार पर लिखा गया। बैठक में शामिल एक शीर्ष बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'खुलकर कहूं तो चीजें तभी शुरू हो चुकी थी जब बायो-बबल के अंतर्गत पॉजिटिव मामले सामने आने लगे थे। हमें नहीं पता था कि कितने खिलाड़ी, कोच और सपोर्ट स्टाफ का अगले कुछ दिनों में टेस्ट पॉजिटिव निकलेगा। सुरक्षित बायो-बबल नहीं बचा था और हर कोई चिंतित था। यहां कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा था। हम टूर्नामेंट को जारी नहीं रख सकते थे।'
बोर्ड के पास नहीं था दूसरा विकल्प: राजीव शुक्ला
बीसीसीआई उपा-ध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भी स्वीकार किया था कि बोर्ड के पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था। बीसीसीआई उपा-ध्यक्ष राजीव शुक्ला ने जानकारी दी, 'हमारे पास टूर्नामेंट को स्थगित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था क्योंकि पिछले कुछ दिनों में ज्यादा मामले सामने आए थे। हमने सभी सावधानियां और प्रोटोकॉल बनाए रखे थे, लेकिन वायरस तब भी अंदर घुस गया था। हमने बातचीत की और हम सभी को लगा कि टूर्नामेंट निलंबित करने का यह सही समय है।'
रिपोर्ट्स में यह भी जानकारी मिली कि बीसीसीआई टूर्नामेंट के शेष मुकाबले यूएई में आयोजित कराने की योजना बना रहा है। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक बात सामने नहीं आई है। सभी चीजें कोविड-19 स्थिति पर निर्भर रहेंगी।