इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) में अपना पहला सीजन खेल रहे पंजाब किंग्स (Punjab Kings) के शाहरुख खान ने दिखाया कि उनमें बल्ले के साथ फिनिशर की भूमिका निभाने की क्षमता है। जहां उन्होंने अब तक 5 पारियों में 103 रन बनाए, उनका स्ट्राइक रेट 135.52 का रहा और वह बाउंड्री पार गेंद को भेजने में सहज नजर आए। मगर न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर स्कॉट स्टाइरिस का मानना है कि युवा बल्लेबाज पर ज्यादा दबाव नहीं बनाना महत्वपूर्ण हैं। वह चाहते हैं कि शाहरुख खान मैदान पर जाकर अपनी बल्लेबाजी का आनंद उठाएं।
स्टाइरिस ने कहा, 'मेरे ख्याल से शाहरुख खान के कंधों पर बहुत ज्यादा दबाव रखा गया है। मैं चाहूंगा कि उन पर दबाव न बनाया जाए। उन्हें खेलने दो और विकसित होने दो। लोग अलग तरह की गति के साथ विकसित होते हैं। उसे भरोसेमंद फिनिशर बनने के लिए दो या चार सीजन भी लग सकते हैं।' शाहरुख खान की तुलना किरोन पोलार्ड जैसे दिग्गज खिलाड़ी से हो रही है और स्टाइरिस सोचते हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए।
शाहरुख खान में है क्षमता: स्टाइरिस
न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर ने कहा, 'मैं किसी की तुलना किरोन पोलार्ड के साथ नहीं करना चाहूंगा। वो 6 फुट 5 इंच का लंबा खिलाड़ी है। शाहरुख खान भी बड़ा लड़का है। शायद वो हार्दिक पांड्या जैसा बनना चाहता हो। मैंने शाहरुख खान को काफी खेलते हुए देखा है क्योंकि टीएनपीएल में मैंने कमेंट्री की है और उस लीग में उसने गेंद पर दमदार शॉट्स जमाए थे। मुझे देखकर खुशी हुई कि उसने ऐसा ही खेल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में तमिलनाडु टीम के लिए खेला और इस तरह उसे जगह मिली।'
डॉमिनिक कॉर्क ने हाल ही में कहा था कि जिन खिलाड़ियों का विकास हो तो उन्हें भारत चले जाना चाहिए। स्थानीय लीग का यह भी फायदा है। इनका प्रसारण करके खिलाड़ियों पर दबाव भी बनस सकती है। यह फर्स्ट क्लास टीम में विकास करें और फिर आईपीएल और इसके आगे राष्ट्रीय टीम में भी आ सकते हैं। स्टाइरिस ने कहा, 'शाहरुख खान को अन्य सभी अनकैप्ड खिलाड़ियों के जैसे खेलने दो। उसे अपने आप विकास करने दो। आस-पास बड़े खिलाड़ियों से सीखेगा और कब क्या होगा आप भी नहीं जानते कि उससे क्या आएगा।'