न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket team) के कप्तान केन विलियमसन (Kane Williamson) ने इंग्लैंड (England Cricket team) के खिलाफ गुरुवार से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले अपनी पूर्व काउंटी टीम यॉर्कशायर (Yorkshire) पर लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक निर्णायक टेस्ट मैच काउंटी के हेडिंग्ले हेडक्वार्टर से बदल दिया गया है। यहां पाकिस्तान में जन्में स्पिनर अजीम रफीक (Azeem Rafiq) ने नस्लवाद के आरोप लगाए थे।
विलियमसन ने इस बीच स्पष्ट किया है कि भेदभाव या नस्लीय टिप्पणी की समाज और खेल में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि यॉर्कशायर में उन्होंने अपने समय का आनंद उठाया और भेदभाव के खिलाफ लड़ाई के लिए जागरुकता को समझाया। न्यूजीलैंड के कप्तान ने 2014 से 2018 तक यॉर्कशायर का प्रतिनिधित्व किया।
केन विलियमसन के हवाले से न्यूज18 ने कहा, 'यह देखना बेहद दुखद है कि क्या हुआ। मैं बस उम्मीद कर सकता हूं कि इससे कुछ सकारात्मक चीज समझें और सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ें।'
उन्होंने आगे कहा, 'नस्लवाद या भेदभाव की खेल और समाज में कोई जगह नहीं है। मैं कुछ समय के लिए यहां रहा और यॉर्कशायर में अपने समय का आनंद उठाया। हाल ही में कुछ मामलों पर जागरुकता बढ़ाई गई और आप बस उम्मीद कर सकते हैं कि दर्द भर रहा है। खेल से लेकर अन्य जगहों पर नस्लवाद और भेदभाव के बारे में काफी जानकारी दी जा रही है ताकि चीजें ठीक हों।'
यॉर्कशायर मामले की बात करें तो रफीक ने क्लब पर सितंबर 2020 में नस्लवाद और खिंचाई करने का आरोप लगाया है। आरोप सही साबित होने पर यॉर्कशायर जल्द ही विवादों से घिर गया। रफीक ने पिछले साल संसदीय समिति के सामने मजबूत सबूत पेश किए, जिसका क्लब के पास कोई जवाब नहीं था।
इस हरकत की निंदा करते हुए ईसीबी ने भी हेडिंग्ले से सभी अंतरराष्ट्रीय मैच सजा के रूप में दूर ले जाने की धमकी दी थी। इस बीच रफीक ने पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन पर इस घटना में शामिल होने का आरोप लगाया था।