इंग्लैंड (England Cricket Team) और ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर खेले गए दूसरे एशेज (Ashes 2023) टेस्ट के 5वें दिन लॉर्ड्स के लॉन्ग रूम में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ हुई बदसलूकी के बाद एमसीसी (MCC) ने बड़ा फैसला लिया है। एमसीसी ने इस घटना की जांच पूरी होने तक एमसीसी सदस्यों के मूवमेंट पर प्रतिबंध लगा दिया है, साथ ही साथ खिलाड़ियों और उनके बीच के फासले को भी बढ़ा दिया गया है।
अगर इस पूरी घटना पर नजर डाले तो, मैच के पांचवे दिन लंच के बाद जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ड्रेसिंग रूम में आ रही थी, तो इंग्लैंड समर्थकों ने लॉर्ड्स के लॉन्ग रूम में उनके घुसते ही उनके खिलाफ नारे लगाए और उन्हें हमेशा की तरह बेईमान करार दिया।
इसी बीच एक एमसीसी सदस्य ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को लेकर कुछ अनुचित टिप्पणी कर दी, जो टीम की कतार में जा रहे ख्वाजा को नागवार गुजरी और वे उसे सदस्य से उलझते दिखे। बाद में सुरक्षा कर्मचारियों को ख्वाजा और सदस्य के बीच में आना पड़ा और ख्वाजा को ड्रेसिंग रूम तक ले जाना पड़ा। इस पूरे प्रकरण का मुख्य कारण जॉनी बेरिस्टो की विवादास्पद स्टम्पिंग मानी जा रही थी।
इस घटना से पूरा मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब शर्मिंदा - एमसीसी अध्यक्ष
एमसीसी अध्यक्ष कार्नेगी-ब्राउन ने एक बयान में कहा कि जिन सदस्यों ने लॉर्ड्स के पांचवे दिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को अपमानित किया, उन्होंने पूरे मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब को शर्मिंदा कर दिया। उन्होंने सदस्यों को भी खरी-खोटी सुनाई जिन्होंने इस घटना के वीडियो पोस्ट किए हैं, जिससे ऑस्ट्रेलिया को प्राप्त हुए अपमान पूरी तरह बाहर आ गया।
उन्होंने आगे कहा कि रविवार को कैप्चर किए गए वीडियो फुटेज जो सभी के देखने के लिए उपलब्ध है उसमें से कुछ वीडियो स्पष्ट रूप से हमारे नियमों का उल्लंघन करते हुए लिए गए थे। उन्होंने कहा कि कैमरे पर दिखाई दे रहे सदस्यों ने MCC पर शर्मिंदगी डाली है। उनके कार्य हमारे प्रयासों को रोकते हैं, जिनके माध्यम से हम खेल को बढ़ावा देते हैं और समर्पित करते हैं।
बता दें कि एमसीसी द्वारा लॉर्ड्स लॉन्ग रूम के लिए लागू किए गए इस नये नियम को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड महिला टीम के बीच शनिवार को खेले जाने वाली टी20 मुक़ाबले से लागू किया जाएगा।