ऑस्ट्रेलियाई (Australia Cricket team) तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क (Mitchell Starc) ने सोमवार को कहा कि कराची पिच के घर्षण करने वाले रवैये के कारण उन्हें और पैट कमिंस (Pat Cummins) को रिवर्स स्विंग प्राप्त करने में मदद मिली। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान (Pakistan Cricket team) को पहली पारी में केवल 148 रन पर ऑलआउट कर दिया।
स्टार्क से प्रेस कांफ्रेंस में पूछा गया कि क्यों ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को रावलपिंडी में पहले टेस्ट में ज्यादा स्विंग नहीं मिला था तो स्टार्क ने कहा कि उन्हें कराची में पिच के इतनी जल्दी टूटने की उम्मीद नहीं थी।
स्टार्क ने कहा कि यह पिच ज्यादा घर्षण करने वाली है और पिच पर जूते की निशान के कारण अगले दो दिन स्पिनर्स को काफी मदद मिलेगी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा कि मुझे लगता है कि घर्षण वाले विकेट पर ज्यादा दरारें हैं और इसने हमें ज्यादा रिवर्स स्विंग दिलाने में मदद की है।
स्टार्क ने एक और पहलू बताया कि यहां के अभ्यास विकेट की सूखे हैं और यहां का मौसम भी पिंडी के मुकाबले ज्यादा गर्म है तो इससे हमें गेंद को दोनों तरफ रिवर्स कराने में मदद मिली।
स्टार्क ने साथ ही बताया कि ऑस्ट्रेलिया ने अपना होमवर्क कर लिया था और यहां सामना करने वाले सभी परिदृश्यों पर चर्चा कर ली थी। मेलबर्न में स्टार्क कंपनी ने पूरा एक दिन केवल रिवर्स स्विंग गेंद का अभ्यास किया क्योंकि एशेज सीरीज में नई और कड़क गेंद होती है, जिससे रिवर्स स्विंग के ज्यादा मौके नहीं मिलते।
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी तेज गेंदबाज ने कहा कि वह अपनी टीम के बल्लेबाजों को पूरा श्रेय देंगे, जिन्होंने बड़ा लक्ष्य खड़ा किया और टीम को मैच में काफी आगे कर दिया। स्टार्क ने कहा, 'मेरी पैट कमिंस से कोई बातचीत नहीं हुई कि पाकिस्तान को फॉलोऑन देना है कि नहीं।'
स्टार्क ने आगे कहा, 'मेरे ख्याल से संभवंत: जिस तरह की स्थिति में हम है, हम संभवत: इस पिच पर आखिरी में बल्लेबाजी नहीं करना चाहते थे।'
यह पूछने पर कि आखिरी बार उन्होंने कराची जैसी रिवर्स स्विंग होती गेंदबाजी कब देखी थी तो तेज गेंदबाज ने जवाब दिया कि कुछ समय पहले ही ऐसा देखा था, संभवत: भारत के खिलाफ सीरीज में।