पाकिस्तान (Pakistan Cricket team) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia cricket team) के खिलाफ कराची में पांचवें दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरा टेस्ट ड्रॉ करा लिया। 506 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान ने सात विकेट गंवाए, लेकिन मुकाबला ड्रॉ कराने के लिए अपना पूरा जोर लगाया।
बाबर आजम (Babar Azam) और मोहम्मद रिजवान (Mohammad Rizwan) ने मैच सुरक्षित करने वाले शतक जमाए। जहां बाबर आजम ने 196 रन की मैराथन पारी के दौरान कई रिकॉर्ड्स ध्वस्त किए, वहीं रिजवान के प्रयासों ने पाकिस्तान को अंत तक मैच में बनाए रखा। पाकिस्तान ने आखिरी सेशन में 22 रन के भीतर तीन विकेट गंवा दिए थे। रिजवान ने सुनिश्चित किया कि पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ क्रीज पर डटे रहे।
रिजवान ने बाबर आजम के साथ 115 रन की शानदार साझेदारी की थी। रिजवान भी समय के खिलाड़ी लड़ रहे थे। 8 ओवर का खेल बाकी था और पाकिस्तान के तीन विकेट बचे थे। रिजवान ने सुनिश्चित किया कि आगे कोई नुकसान नहीं हो।
इस प्रक्रिया के दौरान रिजवान एक विशेष क्लब से जुड़ गए हैं। रिजवान ने अपने करियर का दूसरा शतक जमाया और वह पाकिस्तान के दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच की चौथी पारी में शतक जमाया। इससे पहले मोईन खान ने 1995 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
वैसे, रिजवान दुनिया के आठवें विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच की चौथी पारी में शतक जमाया है। वो एडम गिलक्रिस्ट, ऋषभ पंत, मैट प्रायर, एलेन नॉट, एबी डीविलियर्स मुशफिकुर रहीम और मोईन खान के साथ इस क्लब में जुड़ गए हैं।
शतक जमाने के बाद क्या बोले रिजवान
उस्मान ख्वाजा ने रिजवान का कैच टपका दिया था जब विकेटकीपर बल्लेबाज 91 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद रिजवान ने जल्दी-जल्दी दो बाउंड्री जमाई। रिजवान ने फिर एक रन लेने के लिए गेंदबाज की दिशा में शॉट खेला और लियोन ने पटलकर थ्रो कर दिया। रिजवान को उनकी डाइव ने बचाया।
इसके बाद रिजवान ने ऑफ साइड में शॉट खेलकर अपना शतक पूरा किया। मैच के बाद रिजवान ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ पांच सेशन तक बल्लेबाजी करके मैच बचाना आसान नहीं था। हम सभी जानते हैं कि उनका गेंदबाजी आक्रमण कितना शानदार है। जब मैं और बाबर खेल रहे थे तब हमारी योजना लक्ष्य का पीछा करने की थी। मगर गेंद काफी पुरानी हो चुकी थी तो रन बनाना मुश्किल हो रहा था।'
उन्होंने आगे कहा, 'हमारी योजना साधारण थी। हमें सत्र दर सत्र खेलने की जरूरत है। अंत के समय में निश्चित ही दबाव था, लेकिन मैंने शांत रहने की कोशिश की। मैं क्या कह सकता हूं। बाबर आजम विश्व के नंबर-1 खिलाड़ी हैं, इसमें कोई शक नहीं। दो दिन खेलकर टेस्ट मैच बचाना आसान नहीं।'