इंग्लैंड (England Cricket team) के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन (Nasser Hussain) ने न्यूजीलैंड (New Zealand Cricket team) के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन जॉनी बेयरस्टो (Jonny Bairstow) और जैमी ओवरटन (Jamie Overton) की जमकर तारीफ की। हुसैन का मानना है कि इस जोड़ी ने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लिए उदाहरण सेट किया है।
बेयरस्टो और ओवरटन ने दूसरे दिन 37.1 ओवर में 209 रन की अविजित साझेदारी की। इंग्लैंड की टीम एक समय 55/6 के स्कोर पर संघर्ष कर रही थी। टॉप ऑर्डर के चार बल्लेबाज दोहरी संख्या में रन नहीं बना सके थे। फिर दिन के अंत तक इंग्लैंड की टीम न्यूजीलैंड के पहली पारी के स्कोर से 65 रन पीछे रही जबकि उसके चार विकेट शेष हैं।
डेली मेल के लिए लिखे अपने कॉलम में हुसैन ने बेयरस्टो और ओवरटन की साझेदारी की तारीफ की और उनका मानना है कि कोच और कप्तान टीम से ऐसा ही कुछ चाहते हैं। हुसैन ने लिखा, 'जॉनी बेयरस्टो और जैमी ओवरटन ने शानदार पलटवार किया। ब्रेंडन मैकुलम और बेन स्टोक्स इस टेस्ट टीम से जो चाहते हैं, यह उसका शानदार उदाहरण रहा। जब स्थितियां आपके विपरीत हो तो जरूरी नहीं कि आक्रामक शॉट्स खेले। इसके बजाय समय का इंतजार करना चाहिए कि हमला करने का सही समय कब आएगा।'
हुसैन ने आगे लिखा, 'बेयरस्टो और ओवरटन के प्रदर्शन से टॉप ऑर्डर कुछ सीख सकता है क्योंकि आपको संतुलन सही रखना पड़ता है।' जॉनी बेयरस्टो ने दूसरे टेस्ट में अपना शतक केवल 95 गेंदों में पूरा किया।
54 साल के नासिर हुसैन का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी का कोई ब्लूप्रिंट नहीं है और यह स्थितियों के बारे में ढलने की बात है। हुसैन ने कहा, 'दूसरे दिन के खेल ने मुझे पुष्टि कर दी कि टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी का केवल एक जरिया नहीं है। सफेद गेंद प्रारूप से यह टेस्ट क्रिकेट को अलग बनाता है। जब बेयरस्टो ने ट्रेंटब्रिज में तेजतर्रार पारी खेली थी तो चायकाल के पहले उन्होंने खुद के लिए मंच तैयार किया था। आपके सामने जो है, उसके हिसाब से सामंजस्य बैठाने की जरूरत है।'