इंग्लैंड के क्रिकेटरों को इस साल के अंत में एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के लंबे दौरे पर अपने घर से चार महीने दूर रहने की संभावना का सामना करना पड़ रहा है। जहां रिपोर्ट्स बता रही हैं कि क्रिकेटर्स को दौरे पर अपने परिवार को ले जाने की अनुमति नहीं होगी, वहीं नासिर हुसैन ने इस स्थिति को 'बुरा सपना' करार दिया है।
इस पर अनिश्चितत्ता बनी हुई है कि इंग्लिश क्रिकेटरों को दिसंबर में शुरू होने वाली सीरीज के लिए अपने परिवार को ले जाने की अनुमति मिलेगी या नहीं।
इंग्लैंड के लिए कई प्रारूप खेलने वाले खिलाड़ियों को अपने परिवार से ज्यादा समय दूर रहना पड़ सकता है क्योंकि उन्हें बांग्लादेश, पाकिस्तान और टी20 विश्व कप में भी हिस्सा लेना है। टॉक स्पोर्ट पर बातचीत करते हुए पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन ने खिलाड़ियों की स्थिति के प्रति सहानुभूति प्रकट की।
हुसैन ने कहा, 'मैं पूरी तरह इंग्लैंड के खिलाड़ियों का समर्थन करता हूं। उन्होंने बबल में पर्याप्त समय गुजारा है, परिवार से दूर पर्याप्त समय गुजारा। इनमें से कई क्रिकेटर्स के युवा परिवार हैं और इसके बावजूद उन्होंने होटल में क्वारंटीन होकर कई सप्ताह बिताए। मेरी उनके प्रति सहानुभूति है।'
पूर्व इंग्लिश कप्तान ने आगे कहा, 'जब आप क्रिकेट से दूर खुश होते हैं तो आप अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलते हैं। तब नहीं जब आप होटल के कमरे में बंद हो और पत्नी व परिवार को याद कर रहे हों। यह आसान स्थिति नहीं है। यह बुरे सपने की तरह स्थिति है। इंग्लैंड को सबसे तगड़ी चोट लगेगी क्योंकि उसे लगातार दौरे करने है।'
द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कई इंग्लिश खिलाड़ियों ने बोर्ड को स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनके परिवार को अनुमति नहीं मिली तो वह कुछ टूर्नामेंट्स से अपना नाम वापस ले लेंगे।
यह कतई स्वीकार्य नहीं: माइकल वॉन
जहां कुछ लोगों का मानना है कि जो भी स्थिति हो, इंग्लिश खिलाड़ियों को एशेज सीरीज के लिए तैयार रहना चाहिए, वहीं माइकल वॉन का मानना है कि यह स्थिति बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है।
46 साल के माइकल वॉन ने नासिर हुसैन जैसी बात कही थी और पिछले महीने ट्वीट किया था, 'आज खबर पढ़ी कि इंग्लिश खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर परिवार को नहीं ले जा सकेंगे। बहुत आसान होगा कि अगर वो नहीं कर सकते हैं तो एशेज को बंद कर देना चाहिए। अपने परिवार से चार महीने दूर पूरी तरह अस्वीकार्य है।'
अब यह देखना होगा कि ईसीबी एशेज सीरीज से पहले कोई हल निकालता है या नहीं। एशेज सीरीज का पहला टेस्ट 8 दिसंबर से ब्रिस्बेन में खेला जाएगा।