पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी का मानना है कि आज के समय में राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना काफी आसान हो गया है।
लोकप्रिय ऑलराउंडर ने चयन प्रक्रिया पर निशाना साधते हुए कहा कि खिलाड़ियों को घरेलू सर्किट या पाकिस्तान सुपर लीग में कुछ अच्छे प्रदर्शन के आधार पर नहीं चुनना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि घरेलू क्रिकेट को कम एक्पोजर मिलने का प्रभाव पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन पर पड़ रहा है।
शाहिद अफरीदी के हवाले से पीटीआई ने कहा, 'राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना बेहद आसान हो गया है जबकि पहले किसी भी पेशेवर क्रिकेटर के लिए पाकिस्तान टीम सबसे बड़ी उपलब्धि होती थी। यही वजह है कि पाकिस्तान में हम जितना क्रिकेट खेल रहे हैं, उतना हमारे प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है।'
अफरीदी ने आगे कहा, 'हमने खिलाड़ियों के लिए देश का प्रतिनिधित्व करना इतना आसान क्यों बना दिया है? मैं यह देखकर दुखी हूं कि घरेलू क्रिकेट या पीएसएल में एक या दो बेहतर प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ी को राष्ट्रीय टीम के लिए चुन लिया जाता है। ये क्या है? आपको अपने क्रिकेटरों को घरेलू क्रिकेट खिलाना चाहिए।'
शाहिद अफरीदी का यह बयान तब आया जब पूर्व कप्तान मोइन खान के बेटे आजम खान का चयन राष्ट्रीय टीम में हुआ। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज दौरे के लिए आजम खान का चयन पाकिस्तान की टी20 इंटरनेशनल टीम में हुआ है। चयन के समय आजम ने केवल एक फर्स्ट क्लास मैच खेला। 15 लिस्ट ए मैच और 36 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।
शोएब मलिक सहित अन्य पूर्व क्रिकेटरों मोहम्मद आसिफ और कामरान अकमल ने भी पिछले साल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर नेपोटिज्म का आरोप लगाया था।
पाकिस्तान के खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का महत्व पता होना चाहिए: अफरीदी
शाहिद अफरीदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को सभी तरह की चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए, जिसमें मीडिया और फैंस भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पीसीबी को प्रदर्शन के लिए संघर्ष करने वाले खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भेजना चाहिए ताकि उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का मूल्य समझ आए।
अफरीदी ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने में असली फर्क यह है कि खिलाड़ी मानसिक रूप से सभी तरह के दबाव झेलने के लिए कितना तैयार है, जिसमें आलोचना व मीडिया और फैंस की दखलअंदाजी शामिल है। हमें प्रतिभा और खिलाड़ी की मानसिक शक्ति के फर्क को जज करते आना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'अगर कोई खिलाड़ी प्रदर्शन नहीं कर पाए तो उसे घरेलू क्रिकेट में भेजना चाहिए। पाकिस्तान के लिए खेलना इतना आसान नहीं बनाएं। खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का मूल्य पता होना चाहिए। मैं उन खिलाड़ियों के सख्त खिलाफ हूं, जो एक या दो प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय टीम में आ रहे हैं।'