टीम इंडिया (India Cricket team) के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shatri) ने सलाह दी है कि अगर विराट कोहली (Virat Kohli) दो से तीन महीने का ब्रेक ले तो आगे चलकर प्रमुख खिलाड़ी के रूप में तीन से चार साल तक खेल सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के हाथों टेस्ट सीरीज में हारने के बाद कोहली ने टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। विराट कोहली ने बतौर टेस्ट कप्तान भारत के लिए सबसे ज्यादा 68 मैच खेले। विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं, जिनके नेतृत्व में भारत ने 40 टेस्ट जीते।
रवि शास्त्री चाहते हैं कि विराट कोहली शांत हो और अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाएं। उनका मानना है कि पूर्व भारतीय कप्तान में पांच साल की अच्छी क्रिकेट बची है।
रवि शास्त्री ने शोएब अख्तर के यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए कहा, 'कोहली को एहसास है कि वो 33 साल के हो चुके हैं। उन्हें एहसास है कि अभी उनमें पांच साल की अच्छी क्रिकेट बची है। अगर वो शांत हो सकते हैं, अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाएं, एक समय में एक मैच के बारे में सोचे, संभवत: कुछ समय खेल से ब्रेक ले। मेरे ख्याल से वह दो या तीन महीने बाहर रहे या फिर किसी सीरीज से ब्रेक ले तो उनके लिए बेहतर रहेगा।'
शास्त्री ने आगे कहा, 'वापस आकर वो तीन चार साल किंग की तरह खेलें। आप जानते हैं कि मानसिक रूप से वो कहां है। उसे पता है कि उसकी जिम्मेदारी और भूमिका क्या है। फिर उसे टीम का खिलाड़ी बनकर खेलना है। मैं विराट कोहली को इस जगह खेलते हुए देखना चाहता हूं। वो टीम खिलाड़ी के रूप में बड़ा योगदान दें और टीम की जीत में मदद करें।'
कोहली का कप्तानी में बेहतरीन रिकॉर्ड
याद दिला दें कि 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली ने पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी की थी। उनका कप्तान के रूप में आखिरी मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट रहा, जिसमें भारत को सात विकेट की शिकस्त मिली।
एमएस धोनी की जगह भरना आसान नहीं था, लेकिन कोहली ने अपनी लीडरशिप में पूरा परिदृश्य बदल दिया। उन्होंने खुद को देश के सबसे सफल टेस्ट कप्तान के रूप में स्थापित किया। कप्तानी में कोहली का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकला और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सात दोहरे शतक जमाए। कोहली के नाम भारतीय कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा टेस्ट शतक (20) जमाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।