रीतिंदर सिंह सोढ़ी ने कहा कि विराट कोहली यह साबित करने को बेकरार हैं कि क्यों भारतीय टीम दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। भारत के इंग्लैंड रवाना होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जीतने के मौके पर विश्वास जताया। भारतीय कप्तान ने ध्यान दिलाया कि अगर उन्हें महसूस होता कि न्यूजीलैंड का पलड़ा भारी है तो फिर फ्लाइट बोर्ड करने का कोई मतलब ही नहीं।
इंडिया न्यूज के साथ बातचीत में सोढ़ी ने कहा कि विराट कोहली मैदान में शेष क्रिकेट जगत पर भारत का दबदबा साबित करने के इरादे से उतरेंगे। उन्होंने कहा, 'आप कहिए एंग्री यंग मैन। मैं इसमें एक शब्द और जोडूंगा- एंग्री यंग पॉजिटिव मैन। विराट कोहली दुनिया को दिखाना चाहेंगे कि क्यों भारतीय टीम नंबर-1 है और उनके बारे में इतनी बातचीत क्यों होती है।'
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर ने ध्यान दिलाया कि विराट कोहली के साथ हेड कोच रवि शास्त्री भी टीम में लड़ाई की भावना भरने के लिए बराबरी से जिम्मेदार रहेंगे। सोढ़ी ने कहा, 'जिस सकारात्मकता की हम बात कर रहे हैं, रवि शास्त्री ने वो इस टीम में भरी है। इस टीम के पास अच्छे स्पिनर्स है। इस टीम में दुनिया के कुछ बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं और हमारा बल्लेबाजी क्रम हमेशा की तरह मजबूत है।'
भारतीय टीम ने हाल ही में कभी हार नहीं मानने वाला स्वभाव दिखाया था, जब उसने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए सीरीज जीती थी।
विराट कोहली इस पल काफी फोकस्ड हैं: सोढ़ी
रीतिंदर सिंह सोढ़ी ने साथ ही कहा कि विराट कोहली के प्रेस कांफ्रेंस में जवाब से साबित हो गया कि उनके दिमाग में केवल एक लक्ष्य है। सोढ़ी ने कहा, 'जिस तरह विराट कोहली ने कहा कि हम यह सोचकर फ्लाइट बोर्ड करने जा रहे हैं कि टीम के रूप में हम न्यूजीलैंड से बेहतर हैं। वरना हम खुद ही फ्लाइट बोर्ड नहीं करते। इससे दिखता है कि विराट कोहली इस समय कितने फोकस्ड हैं।'
40 साल के सोढ़ी ने कहा कि जो टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल में दबाव को संभाल लेगी, वो विजेता बनकर उभरेगी। सोढ़ी ने कहा, 'न्यूजीलैंड को संभलकर खेलना होगा। यह बड़ा मैच है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल। जो भी टीम दबाव को बेहतर तरीके से संभालेगी, उसके पास जीतने का बड़ा मौका होगा और भारतीय टीम पूरी तैयारी के साथ जाएगी।'
न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में शानदार बल्लेबाजी करके दिखा दिया कि भारतीय टीम उसे हल्के में लेने की गलती नहीं करे। भारतीय टीम को अगर केन विलियमसन के नेतृत्व वाली न्यूजीलैंड को मात देना है तो अपने खेल के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में रहना होगा।