पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में केन विलियमसन के नेतृत्व वाली न्यूजीलैंड को साउथैम्प्टन में थोड़ा ज्यादा फायदा मिलेगा क्योंकि यहां की परिस्थितयां न्यूजीलैंड जैसी हैं। हिंदुस्तान टाइम्स में लिखे अपने कॉलम में मांजरेकर ने बताया कि चेतेश्वर पुजारा फ्रंटलाइन योद्धा की भूमिका निभाएंगे, जो दुश्मनों को किनारे पर रखेंगे, जबकि भारतीय कप्तान विराट कोहली गेमचेंजर साबित हो सकते हैं।
मांजरेकर ने लिखा, 'पुजारा एक बार फिर भारत के बहादुर सिपाही होंगे, जो सामने से खेलकर दुश्मनों को किनारे पर रखना चाहेंगे। अगर चीजें सही नहीं हुई तो पुजारा आपकी तब भी वारंटी होगी। विराट कोहली बल्ले से भारत के लिए गेम चेंजर बन सकते हैं।'
यह ध्यान दिलाते हुए कि कोहली को धीमी और घूमने वाली परिस्थितियां रास नहीं आती, मांजरेकर ने साथ ही कहा कि टेस्ट में भारतीय कप्तान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलेगा। मांजरेकर ने लिखा, 'टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलकर आएगा। तो ऐसे में कुछ भी अलग की उम्मीद करने का कोई कारण नहीं है। विराट कोहली को भी धीमी और स्विंग होने वाली स्थितियां पसंद नहीं, जैसी न्यूजीलैंड की होती हैं। मगद उन्हें पता है कि एक साल पहले न्यूजीलैंड से बेहतर वो इंग्लैंड को जानते हैं।'
पंत से टीम इंडिया को काफी उम्मीदें: मांजरेकर
मांजरेकर का मानना है कि कोहली के बाद भारत के लिए दूसरे गेमचेंजर ऋषभ पंत रहेंगे। मांजरेकर ने कहा कि अगर न्यूजीलैंड सोचे कि वह जल्द भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाएगी तो फिर पंत इंतजार कर रहे होंगे।
उन्होंने लिखा, 'बल्ले के साथ गेमचेंजर नंबर-2 रहेंगे ऋषभ पंत। वो जिस नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। अगर न्यूजीलैंड सोचे की टॉप-5 बल्लेबाजों को आउट करके राहत की सांस ले तो यह उनकी सबसे बड़ी गलती होगी और इसका नतीजा भी उन्हें भुगतना पड़ेगा। ऋषभ पंत छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे और वह बेहद आक्रामक अंदाज में खेलकर मैच का रुख बदल सकते हैं। वह अपने छोटे से टेस्ट करियर में इस बात को दो बार ऐसा करके दिखा चुके हैं।' विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का मुकाबला 18 जून से शुरू होगा।