ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस अपने देश के स्टार बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) के समर्थन में सामने आए हैं, जो इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध के पीड़ितों के दर्द को दिखाने के लिए मानवता का सन्देश दुनिया तक पहुँचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
पाकिस्तान में जन्मे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ख्वाजा को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपने जूतों पर 'सभी जीवन समान हैं और स्वतंत्रता एक मानवाधिकार है' संदेश प्रदर्शित करने से रोक दिया था। यह वाकया ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले के दौरान देखने को मिला था।
इसके बाद ख्वाजा को अपने जूतों पर से उस सन्देश को हटाना पड़ा था और उन्होंने आईसीसी के प्रति अपना रोष व्यक्त करने के लिए बाजू पर काली पट्टी बांधकर खेलने का फैसला लिया था। हालाँकि, इसके लिए आईसीसी ने उनपर कोई एक्शन नहीं लिया था। फिर ख्वाजा ने मेलबर्न में दूसरे टेस्ट में अपने बल्ले पर जैतून की शाखा पकड़े हुए कबूतर का स्टिकर लगाना चाहा, लेकिन आईसीसी ने एक बार फिर उन्हें रोक दिया था। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने आईसीसी के इन फैसलों पर अपनी राय व्यक्त करने के लिए इंस्टाग्राम का सहारा लिया था।
सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला सिडनी में खेला जाना है, जिसकी शुरुआत 3 जनवरी से होगी। इस मैच से पहले नए साल के मौके पर ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीस ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों के लिए किरिबिली हाउस में लंच रखा और उन्हें संबोधित किया। इस दौरान पर्थ नाउ को दिए इंटरव्यू में उन्होंने इस विवाद में ख्वाजा का सपोर्ट करते हुए कहा,
मैं उस्मान ख्वाजा को मानवीय मूल्यों के लिए खड़े होने का साहस दिखाने के लिए बधाई देना चाहता हूं। उन्होंने साहस दिखाया है और टीम ने उनका समर्थन किया है, यह बहुत अच्छी बात है।
गौरतलब है कि कंगारूओं ने सीरीज के पहले दोनों मैचों की जीतकर पहले ही 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। शान मसूद की अगुवाई वाली पाकिस्तान टीम अंतिम मैच को जीतकर अपनी साख बचाने की कोशिश करेगी।