सूर्यकुमार यादव ने पिछले कुछ सालों में अपने शानदार फॉर्म के दम पर क्रिकेट जगत में पहचान बनाई है। इसका असर यह हुआ कि सूर्यकुमार यादव को इंग्लैंड के खिलाफ घर में टी20 इंटरनेशनल सीरीज में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू का मौका मिला।
हालांकि, बल्लेबाजी के साथ-साथ सूर्यकुमार यादव ने तब भी खूब चर्चाएं हासिल की, जब आईपीएल 2020 के दौरान उनकी आरसीबी के कप्तान विराट कोहली से गर्मागर्म बहस हुई थी। मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच अबुधाबी में मुकाबले के दौरान यह घटना हुई थी।
मुंबई इंडियंस के इंस्टाग्राम हैंडल पर लाइव के दौरान बल्लेबाज ने कहा कि वह खुश थे कि कोहली ने उन पर गुस्सा किया। इसका मतलब यह है कि आरसीबी के कप्तान उनका विकेट लेना चाहते थे। मुंबई इंडियंस जब लक्ष्य का पीछा कर रही थी तब कोहली लगातार सूर्यकुमार यादव से बात कर रहे थे। मगर सूर्यकुमार यादव ने अपना दिमाग शांत रखा और उस समय कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। यादव ने नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी।
सूर्यकुमार यादव ने कहा कि मैच के दौरान वो अपने अलग जोन में थे और टीम के लिए मैच जीतने पर उनका पूरा ध्यान था। वह किसी चीज से अपना ध्यान भटकाना नहीं चाहते थे और इसलिए पूरा ध्यान बल्लेबाजी पर था। सूर्यकुमार यादव ने कहा कि पिच पर कोहली जोश से भरपूर होते हैं और किसी भी बल्लेबाज के खिलाफ वह आक्रामक रहते हैं।
30 साल के मुंबई के बल्लेबाज ने कहा, 'सिर्फ मैं ही नहीं। जो भी उनके खिलाफ खेल रहा हो, वो उसके खिलाफ आक्रामक होते हैं। मैं तो खुश था कि कोहली ने मुझे स्लेजिंग की। इसका मतलब यह था कि कोहली को भी पता था कि अगर मैं बल्लेबाजी करता रहूंगा तो हम मैच जीत जाएंगे। अगर वो मेरा विकेट ले लेंगे तो उनके पास मैच में वापसी करके जीतने का मौका बनता।'
कोहली की काफी इज्जत करता हूं: सूर्यकुमार यादव
बता दें कि सूर्यकुमार यादव ने नाबाद 79 रन की पारी खेली थी और मुंबई ने 165 रन के लक्ष्य का सफल पीछा करके आरसीबी को मात दी थी। यादव ने कहा कि वो बस मैच में गर्मागर्म पल था, मैच के बाद सब ठीक हो गया। मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज ने साथ ही कहा कि वह विराट कोहली की काफी इज्जत करते हैं।
लाइव चैट के दौरान सूर्यकुमार यादव से पूछा गया कि सबसे कट्टर लड़ाई क्रिकेट में उनकी कब हुई। इस पर यादव ने कहा कि इसे प्रतिद्वंद्विता तो नहीं कहूंगा, लेकिन कोहली के साथ हुई गर्मजोशी को वह अपने क्रिकेट पलों में सबसे कट्टर में से एक मान सकते हैं। यादव ने कहा, 'मैं पिच पर शांत रहता हूं। इसलिए लड़ाइयों पर ध्यान नहीं देता। मगर अबुधाबी में ऐसा पल हुआ, तो उसको गिना जा सकता है।'