पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता ने विराट कोहली के बयान का मतलब बताया है, जो भारतीय कप्तान ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद प्रेस कांफ्रेंस में दिया था।
कोहली ने संकेत दिए थे कि भारतीय टेस्ट टीम में बदलाव किए जाएंगे और अब ऐसे खिलाड़ियों को लेकर आया जाएगा, जो मानसिक रूप से मजबूत हो और हर स्थिति में प्रदर्शन करने का दम रखते हो।
दासगुप्ता का मानना है कि भारतीय टीम में बने पैटर्न को विराट कोहली हटाना चाहता हैं। दासगुप्ता का मानना है कि भारतीय कप्तान को यह कहने में दिक्कत नहीं होगी कि अपनी जगह को लेकर कोई भी सुनिश्चित रहे। कोहली चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी ज्यादा ध्यान लगाएं और टीम में निरंतर रूप से योगदान देते रहे।
अपने यूट्यूब चैनल पर दीप दासगुप्ता ने समझाया कि कैसे कोहली टीम संयोजन को लेकर प्रयोग करते रहते हैं ताकि विरोधी टीम हमेशा अनुमान लगाने में रह जाए।
दीप दासगुप्ता ने कहा, 'मेरे मुताबिक विराट का मतलब उस पैटर्न से था कि कुछ खिलाड़ियों की जगह टीम में स्थायी है। चाहे पुजारा हो या रहाणे या फिर खुद कोहली। इसलिए मुझे लगता है कि ये विराट का सभी को कहने का अंदाज है कि किसी की जगह पक्की नहीं है और वह किसी स्थायी पैटर्न के मुताबिक नहीं चलेंगे। कोहली अप्रत्याशित होना चाहते हैं, लेकिन महत्वपूर्ण बात वो ये कहना चाहते हैं कि अपनी जगह को हल्के में लेकर नहीं चले।'
सीनियर खिलाड़ियों के लिए इंग्लैंड सीरीज महत्वपूर्ण: दीप दासगुप्ता
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारतीय टीम के लिए बुरी खबर यह रही कि उसके सीनियर खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। दीप दासगुप्ता का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज सीनियर के लिए कड़ा टेस्ट साबित होगा।
दासगुप्ता ने कहा, 'सीनियर खिलाड़ियों के लिए इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज महत्वपूर्ण रहने वाली है, जिसमें चेतेश्वर, अजिंक्य और इशांत शामिल हैं। मेरे ख्याल से टीम प्रबंधन इनसे थोड़ी ज्यादा उम्मीद करता है। मिडिल ऑर्डर में केएल राहुल, हनुमा विहारी जैसे विकल्प हैं तो देखना होगा कि इंग्लैंड सीरीज में सीनियर्स कैसा प्रदर्शन करते हैं।'