वीरेंदर सहवाग ने अर्जुन रणतुंगा को जमकर फटकार लगाई है, जिन्होंने भारतीय टीम के श्रीलंका आने पर हाल ही में भड़कीला बयान दिया था। रणतुंगा ने दावा किया था कि ये दूसरे दर्जे की भारतीय टीम है, इसे खारिज करते हुए सहवाग ने कहा कि शिखर धवन के नेतृत्व वाली भारतीय टीम इंग्लैंड में विराट कोहली की टेस्ट टीम के बराबरी प्रतिभाशाली है और कुछ मैचों में उनको हरा भी सकती है।
पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान रणतुंगा ने मौजूदा सीमित ओवर सीरीज को अपने देश के क्रिकेट की बेइज्जती करार दिया था। वीरेंदर सहवाग ने हालांकि, रणतुंगा के बयान को असभ्य करार देते हुए कहा कि भारत में जितनी प्रतिभा है, तो कोई राष्ट्रीय टीम बी साइड नहीं कहला सकती।
वीरेंदर सहवाग ने क्रिकबज से बातचीत में कहा, 'अर्जुन रणतुंगा का ऐसा कहना थोड़ा असभ्य था। उन्हें लगा होगा कि ये बी टीम है, लेकिन भारतीय क्रिकेट की ताकत ऐसी है कि आप कोई भी टीम भेजो, वो बी टीम नहीं होगी। यह शायद आईपीएल का फायदा है। हमारे पास काफी प्रतिभा है कि हम सभी को एक टीम में नहीं रख सकते। यह टीम बराबर से प्रतिभाशाली है।'
उन्होंने आगे कहा, 'जिसे वो बी टीम कह रहे थे, जो कि हमने स्वीकार नहीं किया, अगर वो इंग्लैंड में मौजूदा खिलाड़ियों के खिलाफ खेलें तो उन्हें कुछ मैचों में हरा सकते हैं।' भारतीय टीम श्रीलंका में तीन वनडे और इतने ही टी20 इंटरनेशनल मैच खेलेगी। इस सीरीज के बाद विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टेस्ट टीम इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी।
श्रीलंका क्रिकेट को खुश होना चाहिए कि बीसीसीआई ने टीम भेजी: वीरेंदर सहवाग
वीरेंदर सहवाग ने आगे कहा कि शिकायत करने के बजाय श्रीलंका क्रिकेट और पूर्व खिलाड़ियों को बीसीसीआई का आभारी होना चाहिए कि वह टीम भेजकर उस देश को आर्थिक सहायता पहुंचा रहा है।
वीरू ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि ये बी टीम है। श्रीलंकाई बोर्ड को भारतीय बोर्ड का टीम भेजने के लिए धन्यवाद देना चाहिए। बीसीसीआई आसानी से कह सकता था, 'हम उपलब्ध नहीं है। इस दौरे को कभी और करते हैं।' उन्हें इस टीम का आभारी होना चाहिए, जिो बोर्ड और उसके खिलाड़ियों को आर्थिक मदद कर रहा है। अगर भारतीय टीम वहां नहीं जाती तो श्रीलंका बोर्ड को फंड का नुकसान होता।'